बारिश और जाम दोनों ने तोड़ा रिकॉर्ड


नई दिल्ली, 30 जुलाई। दिल्ली में तीन दिनों से हुई भारी बारिश ने तापमान कम कर दिया है। लेकिन जगह-जगह जलभराव के कारण यातायात धीमा हो गया। शनिवार सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अधिकारियों ने इसे औसत से कम माना है।

वहीं सड़कों पर जलभराव के कारण गुड़गाँव में ट्रैफिक जाम से मचे कोहराम का असर दिल्ली में शनिवार को भी महसूस किया गया। दिल्ली के कई इलाकों में खस्ताहाल ट्रैफिक की वजह से गाड़ियाँ कछुए की चाल से चलती नजर आईं। इस बीच, दिल्ली में पिछले 10 सालों की सबसे अधिक बारिश की वजह से गाड़ी चलाने वालों को खासा मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लोगों ने कहा कि दो दिनों से तो यातायात जाम ने भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट’ के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान 144 मिमी बारिश हुई है। एजेंसी ने कहा कि यह पिछले 10 सालों में 24 घंटे की अवधि के दौरान हुई बारिश का रिकॉर्ड है। पालम वेधशाला ने शुक्रवार शाम 5:30 बजे से लेकर शनिवार 5:30 तक 144 मिमी बारिश दर्ज की है जिसमें 80 मिमी बारिश आज सुबह 5:30 बजे से सुबह 8:30 बजे के बीच हुई।

इससे पहले, 24 घंटे की अवधि के दौरान सबसे ज्यादा बारिश, 126 मिमी, 28 जुलाई 2009 को हुई थी। बारिश की वजह से आइटीओ और धौलाकुँआ सहित विभिन्न चौराहों और व्यस्त यातायात परिपथों पर ट्रैफिक जाम देखने को मिला। महिपालपुर चौक, वायुसेनाबाद के रैडिसन होटल के पास रंगपुरी यू-टर्न आजाद मार्केट चौक जैसी कई सड़कों पर गाड़ियाँ कछुए की चाल से चल रही थी। एक परेशान यात्री ने कहा, “डिफेंस कॉलोनी से धौलाकुआँ तक सफर करने में सामान्य तौर पर 25 मिनट का वक्त लगता है, लेकिन आज मैं डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक फंसा रहा।”

 

- दिल्ली में पिछले 10 सालों में 24 घंटे की अवधि के दौरान हुई सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बना


- ‘गुरुग्राम’ के कोहराम का असर शनिवार को भी दिखा सड़कों पर, कांवड़ यात्रा का भी पड़ा असर

 

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्विटर के जरिए लोगों को जल भराव के कारण हो रही समस्याओं के बारे में आगाह किया और कहा कि ऐसे हालात रविवार तक बने रह सकते हैं। बहरहाल, एनएच-8 पर भयंकर जल भराव के कारण दिल्ली और गुड़गाँव को जोड़ने वाली जिस सड़क पर पिछले दो दिनों से लम्बा-लम्बा ट्रैफिक जाम दिख रहा था, वहाँ शनिवार को गाड़ियों कि बेहतर आवाजाही दिखी। केन्द्रीय जल आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि यमुना के चेतावनी स्तर के पार करने की आशंका कम है और चिंता की कोई बात नहीं है। अधिकारी ने कहा, “शनिवार को जल स्तर 202.98 मीटर दर्ज किया गया। शुक्रवार शाम करीब सात बजे यह 203.8 मीटर दर्ज किया गया था।” चेतावनी और खतरे का स्तर क्रमशः 204 और 204.83 मीटर है।

बारिश की वजह से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली और आर्द्रता का स्तर 100 और 87 फीसद के बीच रहा। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा।” विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि बारिश जारी रहेगी। ‘स्काईमेट’ के मुताबिक, यह बारिश मानसून की वजह से हो रही है जो दिल्ली-एनसीआर के करीब से गुजर रहा है।

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