संजय वर्मा

संजय वर्मा
अल-नीनो और ला-नीना क्या हैं (El-nino and La-nina in Hindi)
Posted on 11 Aug, 2017 03:58 PM

वे मौसमी कारक, जो मानसून की चाल पर असर डालते हैं, कुछ कम विलेन नहीं माने जाते हैं। इन्हीं में से एक है अल-नीनो (एल निन्यो)। मानसून की एक कमान अल-नीनो के हाथ रहती है।
मानसून की बारिश : कुछ रोचक बातें (Interesting facts on monsoon season)
Posted on 11 Aug, 2017 03:51 PM

हमारे देश के लिये मानसून एक जादुई घटना है। जादुई इसलिये क्योंकि मानसून के संग आने वाला बारिश का मौसम भले ही सिर्फ एक ऋतु के रूप में गिना जाता है, पर असल में यह हमारे देश की 6 ऋतुओं (वसन्त, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमन्त, शिशिर अर्थात पतझड़) को प्रभावित करने की हैसियत रखता है। वैसे तो वसन्त को ऋतुराज कहा जाता है परन्तु असलियत में मानसून यानी वर्षा इस ऋतु-चक्र की धुरी है। गर्मी से त्रस्त धर
जल बिन कल
Posted on 31 Jul, 2016 04:26 PM

पिछली कुछ सभ्यताओं ने दुरुपयोग करने के स्थान पर पानी का तरह-त
ग्लोबल वार्मिंग की नई चुनौतियाँ
Posted on 02 Jul, 2015 01:18 PM
बढ़ते तापमान के अलावा ऐसा और भी बहुत कुछ हमारी पृथ्वी पर हो रहा है,
कैसे रुकेगी गंगा की यह लूट-खसोट
Posted on 12 Dec, 2011 09:45 AM

नदी के मूल प्रवाह में ऐसी रुकावटें डालने का यह काम इतने बड़े स्तर पर होता है कि इसकी वजह से गंगा के निचले इलाकों में हर साल बाढ़ आ जाती है। यही वजह है कि स्वर्गीय स्वामी निगमानंद के गुरु स्वामी शिवानंद ने भी पिछले दिनों गंगा में कहीं भी खनन रोकने की मांग को लेकर अपना अनशन शुरू कर दिया है।

हाल में गंगा के अवैध खनन के खिलाफ झंडा बुलंद करने वाले संगठनों का एक प्रतिनिधि मंडल जब उत्तरांचल के मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के यहां पहुंचा तो मुख्यमंत्री ने उन्हें यह कहकर निराश कर दिया कि नुकसान के साथ खनन के फायदों को भी ध्यान में रखते हुए इसे पूरी तरह रोकना मुमकिन नहीं है। तो क्या हरिद्वार के मातृ सदन के युवा संत स्वामी निगमानंद का बलिदान व्यर्थ चला जाएगा ?
क्या संभव है भूकंप की भविष्यवाणी
Posted on 30 Sep, 2011 12:35 PM

जापान और इंडोनेशिया जैसे भूकंप की सर्वाधिक आशंका वाले क्षेत्रों में भूकंप की भविष्यवाणी करना थो

स्पेस, पानी और जिंदगी
Posted on 27 Jun, 2010 08:40 AM

पानी इधर हमारी साइंटिस्ट बिरादरी के अजेंडे पर है। अजेंडा सिर्फ यह नहीं है कि पृथ्वी पर पानी खत्म हो गया तो क्या होगा, बल्कि यह है कि स्पेस में अगर कहीं पानी मिलता है तो क्या वह हमारी धरती से बाहर जीवन की संभावना का आधार बन सकता है। इधर जब से चंद्रयान-1 से मिले डेटा के विश्लेषण से चंद्रमा पर भारी मात्रा में पानी की मौजूदगी के ठोस प्रमाण मिले हैं, तब से इस संभावना पर जोरशोर से विचार हो रहा है।
कार्बन व्यापार और भारत (Carbon trading and India)
Posted on 06 Jul, 2015 10:18 AM

एक मोटे अनुमान के मुताबिक सन 2012 तक कार्बन ट्रेडिंग से कम स
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