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भारत
परमाडीह : जैविक खेती से गांव में आई खुशहाली
Posted on 25 Sep, 2019 10:36 AMनौ साल पहले परमाडीह के ज्यादातर लोग गरीबी में जीते थे। वे फूस या खपरैल के मकानों में रहते थे। अब जैविक खेती से गा
![परमाडीह : जैविक खेती से गांव में आई खुशहाली।](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/parmadeeh%20jharkhand_3.jpg?itok=H07VxrB5)
उत्तराखंड के बुग्यालों को भारी नुकसान पहुंचा रही पाॅलीथिन
Posted on 23 Sep, 2019 10:20 PMहिमालय के खूबसूरत बुग्याल (मिडोज) दुनिया के लिये प्रकृति के खूबसूरत उपहार हैं, लेकिन यहां मानव हस्तक्षेप बढ़ने के कारण मखमलीघास के ये बुग्याल आजकल पाॅलीथिन और प्लास्टिक की बोतलों से अटे पड़ें हैं। इससे हिमालय और बुग्यालों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंच रहा है। अगर हिमालय को नुकसान से बचाना है तो सबसे पहले पाॅलीथिन को यहां पहुंचने से रोकना होगा।
![उत्तराखंड के बुग्यालों को भारी नुकसान पहुंचा रही पाॅलीथिन।](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Dayara-Bugyal-Trek_13.jpg_3.jpg?itok=kBuIYqbh)
प्लास्टिक के विरुद्ध जंग ज़रूरी
Posted on 23 Sep, 2019 11:51 AMयह कोई छिपा तथ्य नहीं है कि प्लास्टिक आज पर्यावरण प्रदूषण का आम कारक है। सरकारों की ओर से इस पर पूरी तरह प्रतिबन्ध लगाने के बारे में लम्बे समय से आश्वासन दिए जाते रहे हैं। मगर हकीकत यही है कि सरकारों और सम्बन्धित महकमों ने प्लास्टिक पर रोक लगाने सम्बन्धी जरूरी कदम नहीं उठाए, जबकि एनजीटी यानी राष्ट्रीय हरित अधिकरण से लेकर देश की अदालतों तक ने अलग-अलग मामलों में सरकारों को इसे लेकर कई बार निर्देश
![प्लास्टिक के विरुद्ध जंग ज़रूरी।](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/plastic%20waste_25.jpg?itok=dR9Qk-Qo)
बेटी पैदा होने पर गांव में लगाते हैं 111 पौधे
Posted on 23 Sep, 2019 10:46 AMकरीब 5 हजार से अधिक की आबादी वाले राजस्थान के पिपलांत्री पंचायत जल संरक्षण, वृक्षारोपण, ग्राम स्वच्छता जैसे अनेक
![राजस्थान स्थित राजसमंद जिले का पिपलांत्री गांव में बेटी पैदा होने पर लगाते हैं 111 पौधे।](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/piplantri-village_3.jpg?itok=8oMtmZMX)
लापोड़िया : सूखा झेलने वाला गांव आज पानी से समृद्ध है
Posted on 21 Sep, 2019 12:51 PMदुनिया में कोई ऐसा काम नहीं है जो इंसान की पहुँच से दूर हो। कोई भी मुकाम हासिल करने के लिए आपको सिर्फ दो चीजें ही चाहिए, पहला तो दृढ़ निश्चय और दूसरा कभी न टूटने वाला हौसला। राजस्थान का लापोड़िया गाँव उसी का उदाहरण है। यहाँ के लोग बेहद मुश्किल समय में एक लक्ष्य बनाकर आगे बढ़े और सफलता प्राप्त की।
![लापोड़िया गांव की चौका विधि](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AA%E0%A5%8B%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B5%20%E0%A4%95%E0%A5%80%20%E0%A4%9A%E0%A5%8C%E0%A4%95%E0%A4%BE%C2%A0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A7%E0%A4%BF_3.jpg?itok=6pvnP3hD)