‘‘हम सोचते हैं कि सब कुछ सक्षम है और यह सत्य भी है कि हमारा जीवन तत्काल अनेक रूपों में बेहतर हो गया है। परन्तु यह सुधार प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक असक्षम प्रयोग से प्राप्त किया गया है।’’- पाल हॉकेन
Posted on 10 Jul, 2016 04:23 PM पेयजल की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय ने पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत पेयजल के स्रोत को दीर्घकालिक करना, ग्राम पंचायत के नेतृत्व में जल संसाधन प्रबंधन, पेयजल के लिये सुरक्षा प्लान तैयार करना और कुछ खास गाँवों में खुले में शौच पर पाबंदी और ठोस व तरल वर्ज्य पदार्थों का प्रबंधन शामिल था।