विजय विद्रोही

विजय विद्रोही
बेहाल बुन्देलखण्ड पानी कहाँ ठहरा हुआ होगा
Posted on 22 Feb, 2017 12:48 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बुन्देलखण्ड की रैलियों में बिल्कुल सही कहा कि पाँच-पाँच नदियों के होने के बाद भी बुन्देलखण्ड प्यासा है क्योंकि समस्या पानी के सही प्रबंधन की है। इसके आगे का सच यही है कि समस्या की पहचान होने के बावजूद इसे सुधारा नहीं गया है। चाहे यूपी हो या मध्य प्रदेश या फिर केंद्र… न जाने कितनी सरकारें आईं और चली गईं लेकिन बात बुन्देलखण्ड पैकेज के आगे से नहीं बढ़ी। अब पैके
अभी कई साल लगेंगे गंगा को साफ करने में
Posted on 11 Jul, 2016 04:22 PM

1912 में अंग्रेजों ने हरिद्वार के भीमगौड़ा में बाँध बनाने की ठानी थी तब सन्त समाज ने भारी

मनरेगा में लूट को इस तरह रोकें
Posted on 29 Apr, 2013 11:22 AM
सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि बहुत सी जगह श्रम और निर्माण सामग
भागीरथी नदी का दर्द
Posted on 29 May, 2012 11:58 AM
भागीरथी नदी के अविरल प्रवाह को रोकने और अनावश्यक छेड़छाड़, नदी को बांधने की कोशिश और तटों पर खनन बदस्तूर जारी है। गोमुख के पास चट्टानों पर साधु-संतों के लंगोट तथा बहते पानी के साथ मैले अंगोछे तैरते रहते हैं, गुटखे के खाली पाउच और सिगरेट के डिब्बे जगह-जगह बिखरे पड़े रहते हैं। गंगोत्री जाने वाले सैलानी खाना खाकर थालियों में बचा-खुचा खाना उस पानी के हवाले कर दिया जाता है जो पहाड़ से उतर कर भागीरथी
चला आया हूं तेरी तलाश में मानसून
Posted on 28 Jul, 2014 04:35 PM
मानसून के रंग निराले हैं। इसकी कृपा हर कहीं एक जैसी नहीं होती। केरल से शुरू होकर जब यह सारे देश में पहुंचता है तो हर इलाके में अलग-अलग ढंग से लोकमानस इसका स्वागत करता है। मानसून के इसी बहुरंगी रूप को समझने के लिए लेखक ने सन् 2003 में पूरे देश में इसका पीछा किया और इस तरह देशभर में वे मानसून का पीछा करने वाले पहले पत्रकार बने। प्रस्तुत हैं उनके कुछ दिलचस्प अनुभव
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