‘विज्ञानरत्न’ लक्ष्मण प्रसाद
‘विज्ञानरत्न’ लक्ष्मण प्रसाद
पिकर कम वॉकिंग स्टिक स्वच्छ भारत की ओर एक नवाचारी कदम
Posted on 15 Nov, 2016 11:21 AMमहात्मा गाँधी अहिंसा के ही पुजारी नहीं थे बल्कि स्वच्छता के प्रबल समर्थक थे। बाल जीवनकाल से ही उन्हें माता-पिता ने स्वच्छता का पाठ पढ़ाया था। वे सदैव चाहते थे कि प्रत्येक घर, गाँव, कस्बा, शहर, स्कूल आदि में किसी भी प्रकार की गंदगी न हो और स्वच्छ वातावरण में सभी का जीवन-यापन हो। अफ्रीका से लौटने के उपरांत भारत को एक स्वच्छ देश के रूप में देखना चाहते थे।