त्रिलोचन भट्ट और रितेश रंजन

त्रिलोचन भट्ट और रितेश रंजन
अभी लड़ाई जारी है… (Fighting for waste landfill)
Posted on 22 Oct, 2017 04:28 PM
ये वे नामालूम से विद्रोही हैं जिन्हें सबसे ज्यादा उपेक्षित किया गया है। अपनी राह पर चले ये जीते भी हैं और खतरे की घंटी भी हैं। जीते इसलिये कि ये शहरी ठोस कचरे के खतरे के खिलाफ युद्धरत हैं। ये भारतीय शहरों को अपना कचरा ठिकाने लगाने के लिये अपना तरीका ईजाद करने के लिये प्रेरित कर सकते हैं। खतरे की घंटी इसलिये कि अगर शहर कचरा प्रबन्धन में नाकाम रहे तो ये
भोपाल के भानपुरा गाँव स्थित कचरे की खेती
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