स्वदेश

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ग्लोबल वार्मिंग और लापरवाह वैश्विक रवैया
Posted on 12 Mar, 2011 10:45 AM

अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक दल ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि सभी क्षेत्रों खासकर तटीय शहरों, खेतों, जलीय इलाकों और समूचे पर्यावरण तंत्र पर वैश्विक तापमान वृद्धि का प्रभाव पड़ेगा। वर्ष 2060 तक तापमान की यह वृद्धि 4 डिग्री सेल्सियस तक हो सकती है। इससे खाद्य संकट बढ़ जाएगा और तटीय इलाकों को भीषण बाढ़ का सामना करना पड़ेगा। कुछ इलाके डूब भी जाएंगे। धरती के गरमाने से एशिया के समुद्र तटीय

कचरे से कमाई, बचपन की तबाही
Posted on 11 Mar, 2011 10:26 AM

अधिकांश बच्चे या तो स्कूल छोड़ देने वाले होते हैं या फिर अपने ही माता-पिता द्वारा जबरन कचरा बीन

लैंडफिल
संकट में भूजल
Posted on 10 Mar, 2011 01:16 PM

1970 तक तेल निर्यातक देश सऊदी अरब विदेशी खाद्यान्न पर निर्भर था। अचानक उसने तेल निकालने वाली तकनीक से रेगिस्तान के नीचे से पानी खींचकर सिंचाई सुविधा के बल पर खेती करने का निश्चय किया। यह नीति कामयाब रही और कुछ ही वर्षों में सऊदी अरब गेहूं के मामले में आत्मनिर्भर बन गया। लेकिन जनवरी 2008 में सऊदी अरब ने घोषणा की कि जल भंडारों के खत्म होने के कारण वह अब गेहूं उत्पादन से तौबा कर रहा है। 2007 से 20

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