सरवर हुसैन

सरवर हुसैन
ऐ आबे - रूदे - गंगा तू आबरू - ए - हिंद अस्त
Posted on 13 Feb, 2016 04:13 PM

ऐ आबे-रूदे-गंगा तू आबरू-ए-हिंद अस्त।
तू जिन्दगी-ए-मास्त तू रूहे-मुल्के हिंद अस्त।।
यानी ऐ गंगा का पानी! तू हिन्दुस्तान की इज्जत है।
तू हमारी जिन्दगी तो है ही, भारत की आत्मा भी है।

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