संपादक

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जेंडर,वाटर एंड इक्विटी ट्रेनिंग
Posted on 24 Apr, 2009 03:08 PM
जेंडर,वाटर एंड इक्विटी ट्रेनिंग 27 अप्रैल से 1 मई, 2009 तक आईसीएसएसआर, मुंबई में आयोजित होगी. यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस्स) मुंबई, साउथ एशियन कंसोर्टियम फॉर इंटरडिशिप्लिनरी वाटर रिसोर्स स्टडीज हैदराबाद, सोसायटी फॉर प्रोमोटिंग पार्टिसिपेटरी इकोसिस्टम मैनेजमेंट पुणे और जेंडर एंड वाटर एलाइंस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है.
चिराग: स्वदेश की खोज - 2009
Posted on 23 Apr, 2009 06:02 PM

सेंट्रल हिमालयन ग्रामीण कार्य समूह (चिराग) एक अव्यवसायिक संगठन, सोसायटी अधिनियम (1860) के अधीन पंजीकृत है. चिराग ग्रामीण समुदायों को एकीकृत विकास के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए और समर्पित है और भारतीय मध्य हिमालय में 1986 से काम कर रहा है.
सोनभद्र में विजुल नदी सूखने के कगार पर
Posted on 23 Apr, 2009 03:20 PM
ओबरा ( सोनभद्र). मध्यप्रदेश के सीधी जिले में औषधीय वृक्षों के जल से बनी रेणुकापार क्षेत्र की जीवनरेखा विजुल नदी पहली बार सूखने के कगार पर है. गुप्त काशी को अपनी अविरल धाराओं से सींचकर गोठानी स्थित प्रत्यक्ष संगम में समाहित हो जाने वाली विजुल नदी पर आये गंभीर संकट से तीन लाख से ज्यादा
भटिंडा : पानी में यूरेनियम …
Posted on 19 Apr, 2009 03:40 PM

हालिया अध्ययन के अनुसार भटिंडा जिले के मुल्तानिया गाँव में पीने के पानी में यूरेनियम और रेडॉन की भारी मात्रा पाई गई है। यूरेनियम की यह मात्रा WHO के सुरक्षित मानक स्तर से 18 गुना ज्यादा अर्थात 7134 BQ/L (Becquerel Per Litre) पाई गई है। गुरुनानकदेव विश्वविद्यालय के फ़िजिक्स विभाग में पदस्थ जियोफ़िजिक्स के प्रोफ़ेसर सुरिन्दर सिंह और चार अन्य शोधार्थियों द्वारा भटिण्डा जिले के 24 गाँवों में किय
दिल्ली उच्चन्यायालय ने जलस्रोतों पर कब्जे को रोका
Posted on 16 Apr, 2009 07:51 PM

दो प्रमुख जल स्रोतों तथा आसपास निर्माण कार्यों परदिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा रोक…

राजस्थान, पाली में भी आर्सेनिक
Posted on 06 Apr, 2009 03:32 PM
फ़ेंकारिया गाँव के महावीर सिंह सुकरलाई एक कम पढ़े-लिखे किसान हैं और उन्होंने विज्ञान की कोई पढ़ाई नहीं की है, लेकिन वे इतने सक्षम हो चुके हैं कि 300 व्यक्तियों की भीड़ को सहज रूप से सम्बोधित करते हुए पानी में मौजूद आर्सेनिक और ज़िंक की जाँच के नतीजे बता सकते हैं। गहरे कुंए से निकले हुए पानी के नमूने की जाँच करके वे बता सकते हैं कि पानी मनुष्यों के पीने लायक है या नहीं। फ़ेंकारिया गाँव, राजस्थान के
पंजाब के जल में आर्सेनिक का ज़हर
Posted on 04 Apr, 2009 06:48 AM
पंज़ाब राज्य का लगभग 80% भूजल मनुष्यों के पीने लायक नहीं बचा है और इस जल में आर्सेनिक की मात्रा अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुँच चुकी है… यह चौंकाने वाला खुलासा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किये गये एक अध्ययन में सामने आई है। पानी में आर्सेनिक की मात्रा का सुरक्षित मानक स्तर 10 ppb होना चाहिये, जबकि अध्ययन के मुताबिक पंजाब के विभिन्न जिलों से लिये पानी के नमूने में आर्सेनिक की मात्रा 3.5 से 688
विश्व जल दिवस
Posted on 02 Apr, 2009 07:17 PM

22 मार्च, 2009 / संयुक्त राष्ट्र महासचिव-बान की मून का संदेश

मगध जल जमात
Posted on 31 Mar, 2009 05:44 PM
मगध जल जमात एक सामाजिक संगठन है जो समाज के सभी लोगों के सहयोग से जल संरक्षण के काम में वैचारिक, शैक्षणिक एवं रचनात्मक तीनों स्तरों पर लगा हुआ हैः-

बुन्देलखण्ड की सीता
Posted on 20 Mar, 2009 06:56 AM
भारत के ग्रामीण इलाकों में जीवन-यापन दिनोंदिन कठिन होता जा रहा है, खासकर उन इलाकों में जहाँ जल संकट की भयावहता प्रतिवर्ष गहराती जा रही है। ऐसा ही इलाका है मध्यप्रदेश का बुन्देलखण्ड क्षेत्र। पानी की कमी और सूखे की मार झेल रहे इस इलाके को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिये सरकार द्वारा एक “चेक-डेम” परियोजना का प्रारम्भ किया था ताकि उसके द्वारा ज़मीन में जल का पुनर्भरण करके खेती को उन्नत बनाया जा सके।
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