Posted on 19 Mar, 2015 08:54 AMअसम के जोरहाट जिले के 43 वर्षीय किसान राहुल गोगोई को इस बात का कोई गम नहीं कि अब से पाँच साल पहले उन्होंने अपनी कुल चार एकड़ जमीन के एक हिस्से पर बाँस की खेती शुरू कर दी थी। बाँस की भरपूर उपज ने उन्हें न सिर्फ आमदनी का एक अतिरिक्त साधन उपलब्ध कराया बल्कि स्थानीय साहूकार की रिश्वत से छूटने में भी मददगार बनी। पहले वह धान की फसल उगाने के लिए ऋण लिया करते थे। अब भी वह आधे एकड़ में धान बोते हैं जि