सीमा जैन

सीमा जैन
बाल स्वच्छता के लिए करनी होगी सामूहिक पहल
Posted on 07 Sep, 2012 10:11 AM
प्रदेश में 50 फीसदी से ज्यादा परिवारों को 40 लीटर पानी प्रतिदिन प्रति व्यक्ति नहीं मिलता एवं प्रदेश की कुल 69.99 फीसदी आबादी खुले में शौच करती है। कई क्षेत्रों के भूजल में फ्लोराइड, नाइट्रेट, आयरन आदि की मात्रा ज्यादा है। इन कारणों से जलजनित कई बीमारियों की चपेट में बच्चे जल्दी आ जाते हैं। शुद्ध पेयजल एवं बेहतर साफ-सफाई बच्चों का अधिकार है। इसके लिए मूल रूप से तीन संस्थाओं अभिभावक, विद्यालय एवं पंचायतों को अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन करना होगा। भोपाल। देश में बच्चों के अधिकारों से जुड़े कार्य अभी तक नहीं हुए हैं, जबकि बच्चे भविष्य के नागरिक होंगे। बच्चों के विचार एवं अनुभवों को सुनने के लिए उचित मंच होना चाहिए एवं उन पर सम्मान के साथ विचार करना होगा। बच्चों की स्वच्छता, सफाई एवं पानी के अधिकार को लेकर किये जा रहे प्रयासों में किसी भी तरह की कोताही नहीं की जानी चाहिए, अन्यथा इसके परिणाम में कुपोषण, बीमारी एवं बाल मृत्यु दर जैसी समस्याओं में बढ़ोतरी होगी।
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