सच्चिदानन्द तिवारी

सच्चिदानन्द तिवारी
कैसे चलेगी नाव, इस ठांव बंधु
Posted on 08 May, 2015 04:28 PM
बीसवीं सदी से पहले जल परिवहन के लिए आवश्यक बल की प्राप्ति वायु के प्रवाह से प्राप्त की जाती थी। इसकी दिशा को मस्तूल और पाल से नियन्त्रित किया जाता था। अब इसके लिए इंजनों का उपयोग होता है। बिहार में 19वीं सदी में सोन नहर का निर्माण हुआ था। तब इस क्षेत्र के किसान अपने उत्पाद को बाजार तक लाने के लिए इनका उपयोग करते थे। वे रस्सी से खींचकर नौका का संचालन किया करत
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