रमेश मनोहरा

रमेश मनोहरा
जल पर दोहे
Posted on 01 Feb, 2016 02:59 PM

बिना जल के होय नहीं, कोई-सा भी काम।
इसे साफ रखने हेतु, उपाय करें तमाम।।

अगर मिले नहीं जल तो, जीवन है बेकार।
इसको बचाने के लिये, रहें आप तैयार ।।

बना हुआ है जल यहाँ, जीवन का आधार।
न हो जल के लिये रमेश, आपस में तकरार।।

कीजिए जल का ‘रमेश’, उतना ही उपयोग।
लगता जितना आपको, बिठा ऐसा संयोग।।

सच कहते हैं जल बना, जीवन की पहचान।
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