राजेन्द्र तिवारी

राजेन्द्र तिवारी
राजनीति के चश्मे से न देखें परियोजनाओं को
Posted on 15 Mar, 2011 10:57 AM

बाँध परियोजनाओं के माध्यम से उत्तराखंड में ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति चल रही है। शुरूआती दौर से स्थानीय जनता बाँधों का विरोध करती आयी है तो कम्पनियाँ धनबल और प्रशासन की मदद से अवाम के एक वर्ग को बाँधों के पक्ष में खड़ी करती रही है। ‘नदी बचाओ आन्दोलन’ की संयोजक और गांधी शान्ति प्रतिष्ठान की अध्यक्ष राधा बहन भट्ट का कहना है कि ऊर्जा की जरूरत जरूर है, लेकिन सूक्ष्म परियोजनायें प्रत्येक गाँव में

विरासत
Posted on 25 Jun, 2011 09:35 AM ये माना कि घर में रोटी नहीं थी
पहाड़ ये जमी तोड़ी फोड़ी नहीं थी।

विद-बिद चला, जमी बिकती नहीं थी
महफूज जंगल, गाड़ा भीड़ा छी
धारे थे नौले थे, बहती नदी थी
हरयाली खेतों से, गौ का चमन छी।
ये माना कि........................।

स्कूल में मास्टर, हांग में हलिया
ठांगर में लकदक, लगुली चढी थी
हिसालु-किलमोड़ी, स्योंते गुदा कैं
हिमाचल का रेणुका जी मेला
Posted on 30 Dec, 2010 10:27 AM

परशुराम तथा रेणुका देवी के पुराने मंदिर तालाब के किनारे रेणुका झील के पैरों के समीप स्थित हैं। यहां रेणुका झील का पानी परशुराम तालाब से आकर मिलता है।
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