प्रमोद भार्गव
नदी जोड़ो अभियान में आई तेजी
Posted on 30 Jul, 2014 10:22 AMनदियों को जोड़ने वाली जिस बड़ी परियोजना को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश पर्यावरण के साथ खिलवाड़ कहकर नकार रहे थे, अब वे ही उन्हें धरातल पर उतार रहे हैं। इस योजना में राजनीति और पर्यावरण से जुड़े गतिरोध लगभग समाप्त हो गए हैं। केन्द्र सरकार केन और बेतवा नदियों को जोड़ने का मन बना चुकी है। कैबिनेट की मंजूरी के लिए प्रस्ताव तैयारमौसम की भविष्यवाणी
Posted on 04 Jul, 2014 12:22 PMहमारे यहां जलस्रोत, जल संरचनाएं बहुत हैं। बारिश भी कमोबेश ठीक होती है,लेकिन हम पानी को भूगर्भ म
नदियों को जोड़ने की दिशा में बढ़े कदम
Posted on 29 Apr, 2014 09:52 AMबाढ़ और सुखाड़ की समस्या के समाधान और शहरों तक पर्याप्त मात्रा में पानी पहुंचाने के नाम पर नदियों की परियोजना का ताना-बाना पिछले कई दशकों से बुना जा रहा है। पिछले दिनों इस दिशा में पहली कामयाबी तब मिली, जब मध्य प्रदेश में नर्मदा और क्षिप्रा नदियों को जोड़ने का काम पूरा कर लिया गया। हालांकि पर्यावरणविद् शुरू से ही नदियों को आपस में जोड़ने या उसके प्राकृतिक बहाव में किसी तरह के कृत्रिम व्यवधान कोजलवायु परिवर्तन से भोजन संकट का खतरा
Posted on 15 Apr, 2014 10:58 AMप्राकृतिक प्रकोपों ने साफ कर दिया है कि मौसम में क्रूर बदलाव ब्रह्मआपदा और प्रबंधन
Posted on 26 Oct, 2013 04:11 PMभारतीय मौसम विभाग के अनुमान अकसर सही साबित नहीं होते, इसलिए उसकी वहवा में घुलता जहर
Posted on 19 Dec, 2012 11:33 AM समूचे देश की मिट्टी, पानी और हवा लगातार प्रदूषित हो रही है। औद्योगीकरण की रफ्तार ने प्रदूषण की मात्रायह जोड़ कई समस्याओं का तोड़
Posted on 17 Mar, 2012 10:04 AMदेश के कुछ हिस्सों में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ और सालभर चलने वाले जल संकट के समाधान के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने
रूठे रूठे से हैं मेहमान परिंदे
Posted on 11 Jan, 2012 01:07 PMदेश के पक्षी अभ्यारण्य कई तरह के बढ़ते प्रदूषण की वजह से खतरे में हैं। झीलों और तालाबों में पानी और आहार की कमी हो गई है। प्रवासी पक्षियों की आमद न होने से सैलानी भी अपना मुंह मोड़ रहे हैं। इस मुश्किल हालात का जायजा ले रहे हैं। प्रमोद भार्गवजल, वनस्पति और झील को आवास, आहार और प्रजनन का स्थल बनाने वाले जीव-जंतुओं पर शोध की तैयारी की जा रही है। यह शोध आर्द्रभूमि शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र करेगा। इसके तहत झील में अध्ययन बांबे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के साथ मिलकर किया जाएगा। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में सीआईएफआरआई के साथ विश्व बैंक के सहयोग से चल रहे एकीकृत तटीय क्षेत्र प्रबंधन परियोजना के तहत मछली पारिस्थितिकी और विभिन्न तथ्यों के बारे में अध्ययन किया जाएगा। आधुनिक विकास झीलों, तालाबों और नदियों के लिए प्रदूषण का ऐसा कारण बन गया है, जिससे इंसान तो इंसान पक्षी भी हैरान-परेशान हैं।
देश में पर्यावरण के साथ खिलवाड़ की आंच अब परिंदों तक जा पहुँची है। पारिस्थितिकी तंत्र के बिगड़ने की वजह से पक्षियों के जीवनचक्र पर विपरीत असर पड़ रहा है। यही वजह है कि विश्व प्रसिद्ध घना पक्षी-अभ्यारण्य के अलावा दूसरे अभ्यारण्यों की मनोरम झीलों पर जो परिंदे हर साल हजारों की संख्या में डेरा डाला करते थे, वे इस साल नदारद हैं। मेहमान पक्षी तो हजारों किलोमीटर की यात्रा कर देश की उथली झीलों, तालाबों, दलदलों और नदियों के किनारों पर चार महीने बसेरा किया करते थे। उनकी संख्या में काफी कमी आई है। बदलती आबोहवा की वजह से कई परंपरागत आवास स्थलों पर इन प्रवासी पक्षियों ने शगुन के लिए भी पड़ाव नहीं डाला। यह स्थिति पर्यावरणविदों के लिए तो चिंताजनक है ही, पर्यटन व्यवसाय की नजर से भी गंभीर चेतावनी है। राजस्थान में भरतपुर का केवलादेव घना राष्ट्रीय पक्षी अभ्यारण्य देश में एक ऐसा मनोरम स्थल था, जहां प्रवासी पक्षियों का सबसे ज्यादा जमावड़ा होता था।परमाणु बिजली परियोजनाओं के खतरे
Posted on 05 Oct, 2011 11:24 AMकुडनकुलम में जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। दावा है कि बिजलीघर के परमाणु ताप से समुद्री
शराब से बढ़ता खाद्यान्न संकट
Posted on 27 Aug, 2011 09:48 AMऑक्सफेम का आकलन एक चेतावनी है और इसे गंभीरता से लेते हुए एक ऐसी अर्थव्यवस्था गढ़ने की जरूरत है