प्रदीप चतुर्वेदी

प्रदीप चतुर्वेदी
वैकल्पिक ऊर्जा साधन और स्वयंसेवी संस्थाएँ
Posted on 06 Mar, 2017 01:14 PM

आज केवल भारत ही नहीं अपितु पूरा विश्व ऊर्जा के संकट से गुजर रहा है। भारत जैसे विकासशील देशों में तो यह स्थिति और भी भयावह है। इस ऊर्जा संकट ने 1973 के संकट के बाद विश्व का ध्यान विशेष रूप से आकृष्ट किया है। वैसे तेल, कोयला तथा लकड़ी आदि ऊर्जा के स्रोत सीमित हैं जिनमें तेल के भाव कब और कितने बढ़ जाएँ, कोई नहीं जानता। इसलिये वैकल्पिक ऊर्जा का पता लगाना बहुत आवश्यक है। यह पर्यावरण की दृष्
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