पण्डित मदनमोहन मालवीय

पण्डित मदनमोहन मालवीय
विकराल अकाल
Posted on 22 May, 2015 04:15 PM
(वे भारत के रत्न ही थे। वर्ष 1907 में देश के अकाल पर उन्होंने जो काम किया, जो कुछ लिखा-कहा, वह सब यही बताता है कि वे भारत रत्न थे। उन्होंने तब अकाल और रेल का सम्बन्ध भी जोड़ा था। देश का अन्न रेलों के जरिए किस तरह खींच कर विलायत भेजा जाता है और फिर किस तरह यहाँ महँगाई बढ़ती जाती है- इस पर मालवीय जी की चिन्ता कितना कुछ बता जाती है। - सम्पादकीय टिप्पणी )
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