पीयूष रौतेला
पीयूष रौतेला
भूकम्प से क्षति
Posted on 14 Feb, 2017 04:43 PMहमारे आस-पास घटित होने वाली आपदाओं में भूकम्प सबसे ज्यादा विनाशकारी होते हैं। यह बिना किसी चेतावनी के काफी बड़े भौगोलिक क्षेत्र को प्रभावित कर सकते हैं और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को इसके प्रभावों से पूर्णतः उबरने में हमारी उम्मीद से कहीं लम्बा समय लग सकता है।
भूकम्प के बाद क्या करें, क्या न करें
Posted on 14 Feb, 2017 04:35 PMआपकी तैयारी, सावधानी एवं भाग्य ने आपको भूकम्प से तो बचा लिया है पर आप अभी भी खतरे से बहुत दूर नहीं हैं। अतः सतर्क रहें।
(क) सुनिश्चित करें कि परिवार के किसी सदस्य को चोट नहीं लगी है और सभी सुरक्षित हैं
(ख) आस-पड़ोस में चोट खाये व्यक्तियों की सहायता करें और उनके प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करें
भूकम्प आने पर क्या करें
Posted on 14 Feb, 2017 04:29 PMभूकम्प सोचने-समझने एवं प्रतिक्रिया करने के लिये बहुत ज्यादा समय नहीं देता है इसलिए आवश्यक है कि हर किसी को पता हो कि भूकम्प आने पर क्या करना सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है। याद रखें; भूकम्प के समय की गयी सही प्रतिक्रिया आपकी, आपके परिवार व प्रियजनों की सुरक्षा के लिये निर्णायक सिद्ध हो सकती है।
(क) जहाँ हैं वहीं रहें; संतुलित रहें। हड़बड़ी घातक हो सकती है
घर को अधिक सुरक्षित बनायें
Posted on 14 Feb, 2017 04:21 PM
सुरक्षा की दृष्टि से थोड़ा सा फेरबदल करके हम अपने घरों को ज्यादा सुरक्षित बना सकते हैं। जीवन अमूल्य है, अतः सावधनी बरतें।
(क) जहाँ तक सम्भव हो नया घर बनाने के लिये भूकम्प सुरक्षित भवन निर्माण तकनीक का प्रयोग करें। आश्वस्त रहें; तकनीक का उपयोग आपका बजट नहीं बिगाड़ेगा। साथ ही यह भी याद रखें कि आप सुरक्षा पर निवेश कर रहे हैं न कि व्यय
भूकम्प सुरक्षा और हमारी तैयारी
Posted on 14 Feb, 2017 04:12 PMयहाँ उत्तराखण्ड में हम भूकम्प के प्रति अत्यन्त संवेदनशील क्षेत्र में रहते हैं और यहाँ भूकम्प कभी भी आ सकता है। भूकम्प की भविष्यवाणी की नहीं जा सकती इसलिये भूकम्प से सुरक्षा के लिये तैयारी ही हमारे पास उपलब्ध एकमात्र विकल्प है और भूकम्प आने पर इससे निश्चित ही हमारी और हमारे अपनों की जान बच सकती है।
भूकम्प सुरक्षा एवं परम्परागत ज्ञान
Posted on 14 Feb, 2017 01:38 PMपरिमाण, केन्द्र की गहरायी व क्षेत्र की भू-वैज्ञानिक संरचना के आधार पर भूकम्प कम या ज्यादा क्षेत्र को प्रभावित करता है पर भूकम्प मारता किसी को नहीं, मारते हैं तो कमजोर घर।
अतः घरों या अवसंरचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना ही भूकम्प से बचने का सबसे कारगर तरीका है।
बड़े भूकम्प का न आना
Posted on 14 Feb, 2017 01:15 PM
भूखण्डों के छोर पर स्थित किसी भी स्थान को भूकम्प के खतरे से पूर्णतः मुक्त नहीं समझा जा सकता है। भूखण्डों के गतिमान होने के कारण इन क्षेत्रों में लगातार ऊर्जा जमा होती रहती है और एक सीमा के बाद इस ऊर्जा का अवमुक्त होना तय है।
छोटे भूकम्पों का तात्पर्य (Small earthquakes implies)
Posted on 14 Feb, 2017 01:10 PMअब तक हम सभी जान चुके हैं कि भूखण्डों की सापेक्षीय गति में अन्तर के कारण इनके छोर पर निरन्तर जमा हो रही ऊर्जा ही भूकम्प का कारण है। ऐसे में यह विचार कि यदि इस ऊर्जा का सुरक्षित निस्तारण हो जाये तो भूकम्प का खतरा कम हो जायेगा औचित्यपूर्ण है। शायद आपने भी कभी इस बारे में ऐसा ही कुछ सोचा हो।
भूकम्प पूर्वानुमान और हम (Earthquake Forecasting and Public)
Posted on 14 Feb, 2017 12:59 PMयह सही है कि हम आज भी भूकम्प से जुड़ी कई बातें नहीं जानते हैं और तमाम वैज्ञानिक व तकनीकी उपलब्धताओं के बाद भी पूरे आत्मविश्वास के साथ यह कह पाने की स्थिति में नहीं है कि कब, कहाँ और कितना बड़ा भूकम्प आयेगा। परन्तु ऐसा भी नहीं है कि हम भूकम्प से जुड़े खतरों के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। हम निश्चित ही भूकम्प से जुड़ी कई ऐसी बातें जानते हैं जिनका उपयोग कर के हम भूकम्प से हो सकने वाली क्षति