लक्ष्मी प्रसाद गुप्त ‘किंकर’

लक्ष्मी प्रसाद गुप्त ‘किंकर’
जल की कीमत
Posted on 08 Sep, 2015 09:20 AM
जल धरती पर अमृत है इसका पूरा सम्मान करो।
जल की एक बूँद का भी तुम कभी नहीं अपमान करो।
कितना भी हो हरा भरा जीवन गुलाब सा खिल जाये।
जीवन की सारी शोभा सुगंध भी तुमको मिल जाये।।

चमक दमक वैभव की पाकर वैभव में ही नहीं फूलो।
बरसाती मौसम में भी जल की कीमत को नहीं भूलो।।
जल का वह उपयोग करो गंदा नाला नहीं बन जाये।
जल जीवन का प्राण -स्रोत है कभी नहीं यह तरसाये।।
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