कपिल भट्टाचार्य

कपिल भट्टाचार्य
भविष्यवाणी जो सुनी नहीं गई
Posted on 02 Sep, 2016 10:41 AM

दामोदर घाटी परियोजना को बने हुए अनेक वर्ष बीत चुके हैं। जिस समय यह परियोजना बन रही थी, उसी समय मैंने इसके दोषों और इससे होने वाले भयंकर परिणाम की जानकारी सबके सामने रखी थी। इसके कारण पश्चिम बंगाल के पानी को निकालने वाली मुख्य नदी हुगली भी जाएगी और फिर देश में भयानक बाढ़ आएगी।
भविष्यवाणी जो सुनी नहीं गई
Posted on 12 Aug, 2010 09:02 AM
श्री कपिल भट्टाचार्य एक विलक्षण अभियंता थे। उन्होंने फरक्का बैराज और दामोदर घाटी परियोजना का विरोध उस समय किया, जब ज्यादातर वैज्ञानिक, इंजीनियर और बुद्धिजीवी इसके पक्ष में जुटे थे। इसी विरोध के कारण उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था। नवंबर 1989 में उपेक्षा और एकांत की पीड़ा झेलते हुए उनका निधन हुआ। यह लेख उन्होंने आज से कोई 40 बरस पहले लिखा था।
दामोदर घाटी परियोजना को बने हुए अनेक वर्ष बीत चुके हैं। जिस समय यह परियोजना बन रही थी, उसी समय मैंने इसके दोषों और इससे होने वाले भयंकर परिणाम की जानकारी सबके सामने रखी थीः इसके कारण पश्चिम बंगाल के पानी को निकालने वाली मुख्य नदी हुगली भी जाएगी और फिर देश में भयानक बाढ़ आएगी। हुगली नदी भरने से कलकत्ता बंदरगाह में आने वाले बड़े समुद्री जहाजों का आना भी संभव नहीं हो सकेगा। मेरे दृढ़ प्रतिवाद और चेतावनी के बावजूद केन्द्र की तत्कालीन कांग्रेसी और राज्य सरकारों ने मिलजुल कर दामोदर घाटी परियोजना को लागू किया।

दामोदर नदी में साल भर छोटी-छोटी बाढ़ों के कारण जो उपजाऊ मिट्टी जमा होती है, उसे आषाढ़ में आने वाली बड़ी बाढ़ बहाकर समुद्र में पहुंचा देती है। सावन, भादों और अश्विन महीने में
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