ज्ञानेन्द्र बरतारिया

ज्ञानेन्द्र बरतारिया
‘पेयजल’ केवल अधिकार नहीं, कर्तव्य भी
Posted on 11 Jun, 2015 03:54 PM
पानी के बिना जीवन सम्भव नहीं है। साफ पानी के बिना स्वस्थ जीवन सम्भव नहीं है। व्यापक साफ-सफाई के बिना साफ पानी लगातार मिल सकना सम्भव नहीं है, और क्योंकि जीवन का अधिकार सबसे मूलभूत अधिकार है, लिहाजा स्वच्छता भी मनुष्य का मूलभूत अधिकार है, और पीने का साफ पानी भी निश्चित रूप से मनुष्य का मूलभूत अधिकार है। ये दोनों मूलभूत अधिकार न केवल आपस में जुड़े हुए हैं, बल्कि मोटे तौर पर मूलभूत कर्तव्यों से प्रे
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