जैस्मीन कंठ

जैस्मीन कंठ
अभाव एवं बर्बादी से बनती पानी की राजनीति
Posted on 16 Jan, 2013 10:32 AM
धरती पर सभी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है मगर किसी के भी लालच के लिए काफी नहीं।– महात्मा गांधी
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