Posted on 17 Aug, 2012 04:15 PMपुराने टिहरी शहर को डूबे हुए पांच साल से ज्यादा हो गया है। टिहरी शहर के साथ ही उनतालीस गांव भी डूबे। हजारों परिवारों को अपने घर से विस्थापित होना पड़ा। जो आज तक कोई स्थाई ठिकाना नहीं ढूंढ पाये हैं। पुनर्वास का पैसा और जमीन माफियाओं की भेंट चढ़ गये। बदले में मिला एक ऐसा दर्द जो पीढ़ियों तक भुलाया नहीं जा सकेगा। विस्थापितों के दर्द को बयां कर रही हैं गीता गैरोला।