आर के एस राठौर

आर के एस राठौर
फसल अवशेषों में आग मत लगाइये, इससे जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाइये
Posted on 13 Aug, 2011 03:37 PM

उन क्षेत्रों में जहां चारे की कमी नहीं होती वहां मक्का की कड़वी व धान की पुआल को खेत में ढेर बन

हरी खाद का उपयोग करें, भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ायें
Posted on 13 Aug, 2011 09:30 AM

वर्तमान समय में खेती में रसायनिक उर्वरकों के असंतुलित प्रयोग एवं सीमित उपलब्धता को देखते हुये अन्य पर्याय भी उपयोग में लाना आवश्यक हो गया है तभी हम खेती की लागत को कम कर फसलों की प्रति एकड़ उपज को भी बढ़ा सकते हैं, साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी अगली पीढ़ी के लिये बरकरार रख सकेंगे। रसायनिक उर्वरकों के पर्याय के रूप में हम जैविक खादों जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट, हरी खाद आदि को उपयोग कर सकते

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