अनिल सिंह

अनिल सिंह
गोमती को एक जन आंदोलन की दरकार
Posted on 29 Jul, 2014 11:42 AM

अफसोस कि सबसे सहज जो कदम सरकार को उठाना चाहिए था, वह अब तक नहीं हुआ। वह ये कि पीलीभीत, सीतापुर, हरदोई, खीरी, संडीला के उद्योगों का रासायनिक कचरा नदी में डालने से रोका जाए। साथ ही इन उद्योगों में शोधन संयंत्र लगें तथा उनके द्वारा शोधित जल ही नदी में डालने की अनुमति हो। सभी औद्योगिक इकाइयां अपना जहरीला रासायनिक कचरा नदी में सीधे डाल रही हैं। सभी नाले नदी में सीधे गिर रहे हैं। पंपिंग स्टेशन खराब पड़े हैं, लक्ष्मण मेला मैदान वाले पंप से नाले का जल पंप नहीं हो रहा है, वह नाला नदी में सीधे जा रहा है।

बहुत दिनों से कई संगठनों द्वारा गोमती नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए प्राय: आवाज उठती रही है। कई संगठनों ने तो अवकाश प्राप्त वैज्ञानिकों व अभियंताओं की टोली बनाकर नदी में ऑक्सीजन व कचरे की मात्रा का निर्धारण करके प्रदूषण की स्थिति से अवगत कराया।
सात हजार से ज्यादा गांवों के पेयजल में आर्सेनिक
Posted on 16 Jul, 2014 06:40 AM
लखनऊ। जल ही जीवन है। पर यूपी के कई इलाकों में यह जल जीवन देने की बजाय लोगों में धीमी मौत बांट रहा है। पानी का इस्तेमाल करने वाले लोग अनेक प्रकार के रोगों से भी ग्रसित हो रहे हैं। प्रदेश सरकार की कोशिश के बावजूद पेयजल में आर्सेनिक पाए जाने की सिलसिला लगातार बढ़ रहा है।
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