अनिल प्रकाश जोशी

अनिल प्रकाश जोशी
एकतरफा विकास ने दिये धरती को गहरे जख्म
Posted on 22 Apr, 2018 06:58 PM

करोड़ों वर्षों में पृथ्वी ने लगातार अपना सन्तुलन बनाने और बचाने के जो भी रास्ते तैयार किये, हमने एक-एक करक

गाँवों को क्या चाहिए
Posted on 16 May, 2017 11:46 AM

‘आज दो, अभी दो, उत्तराखंड राज्य दो’ का नारा हर गाँव में गूँज रहा था। मगर देढ़ दशक बाद राज्य के गाँव बदहाली की कहानी कह रहे हैं। यह तस्वीर आखिर कैसे बदलेगी?
हिमालयी विकास का ढाँचा
Posted on 09 Sep, 2018 03:57 PM

हिमालय को समझने की भूल शुरुआती दौर से ही हो चुकी है। इसे पहाड़, पानी, वनों का ही हिस्सा समझते हुए व्यवहार किया गया, जबकि हिमालय वेद पुराण के अनुसार तब भी आध्यात्मिक महत्त्व ज्यादा रखता था और आज भी उसी तरह से रखता है। हिमालय को हमेशा एक पूजनीय स्थल समझा गया और यही कारण है कि सभी तरह के देवी-देवताओं का यह वास बना। कोई भी धर्म हो, हिमालय उसका केन्द्र बना। इसका प्रमाण इन धर्मों के तीर्थस्थलों क
हिमालय
×