यमुना की शुद्धि के लिए सड़क पर उतरा जन सैलाब

फरीदाबाद। यमुना के शुद्धिकरण के लिए यमुना रक्षक दल ने बल्लभगढ़ के दाहरा ग्राउण्ड मैदान से विशाल पदयात्रा शुरू की। पदयात्रा में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं विभिन्न क्षेत्रों से हजारों यमुना भक्त शामिल हुए। यात्रा के आगे-आगे यमुना प्रचार रथ यमुना मैया के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। रथ के पीछे-पीछे यमुना भक्त-भजन, कीर्तन करते हुए आगे बढ़ रहे थे।

यमुना मुक्तिकरण पदयात्रा यमुना नदी ब्रजवासियों और वैष्णवो के लिए कृष्णप्रिया और पतित पावनी है, उसको पुनः ब्रज में उसी रूप में लाने के लिए निकाली जा रही है, जिस रूप में वह कई दशकों पहले बहा करती थी। पदयात्रा से पूर्व बल्लभगढ़ दाहरा ग्राउण्ड पर दल के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह चौहान, महासचिव रविन्द्र फौजदार, जिलाध्यक्ष संदीप चाहर, श्री हुकुम सिंह राणा ने यात्रियों का स्वागत किया। पदयात्रा का नेतृत्व यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जयकृष्ण दास, संरक्षक स्वामी स्वतन्त्रता नंद सरस्वती महाराज ने किया। रास्ते में जगह-जगह पदयात्रा का स्वागत स्थानीय लोगों ने किया। भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रवादी के किसान अपनी पारम्परिक वेशभूषा में आकर्षक का केन्द्र बने हुए थे। यात्रा का प्रथम पड़ाव बाटा चौक रखा गया, जहाँ रात्रि विश्राम के साथ-साथ विराट कवि सम्मेलन की व्यवस्था की गयी है। कल दोपहर 12 बजे यात्रा बाटा चौक से प्रारम्भ होकर बड़खल चौक पहुँचेगी।

यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन्त जयकृष्णदास ने कहा कि ये जन-जन के हित की लड़ाई है। यमुना नहीं, तो हमारी संस्कृति नहीं, ब्रज नहीं, प्रयाग नहीं। स्वामी स्वतन्त्रता नन्द जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जल्दी से जल्दी नमामि गंगे प्रोजेक्ट में यमुना को भी शामिल करें। यात्रा के पड़ाव पर दल के उपाध्यक्ष राकेश यादव, महासचिव रमेश सिसोदिया, भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष सीपी सिंह, सीता अग्रवाल, साधवी गीता, विकास प्रयास के अध्यक्ष विकास चौधरी, गौरव शर्मा, हरियाणा महिला मोर्चा अध्यक्ष पूजा शर्मा आदि ने सम्बोधित किया।

इनेलो ने दिया समर्थन
इण्डियन नेशनल लोकदल के जिलाध्यक्ष प्रवेश मेहता और युवा इनेलो के पूर्व जिलाध्यक्ष विकास चौधरी ने बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान पहुँचकर यमुना रक्षक दल को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। प्रवेश मेहता ने कहा कि यमुना रक्षक दल ने जो बीड़ा उठाया है, उसमें सभी को तन, मन और धन से योगदान देना चाहिए, क्योंकि आज जिले का सारा पानी जहरीला हो गया है, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी को बीमारियों के साथ-साथ गम्भीर समस्या का सामना करना पड़ेगा।

एम्बुलेन्स और दवाईयाँ
पदयात्रा में चिकित्सा व्यवस्था के लिए दवाईयाँ, एम्बुलेन्स एवं डॉक्टर्स की व्यवस्था की गई है, जिसमें गुजरात, अहमदाबाद से बल्लभ हॉस्पीटल से एक एम्बुलेन्स व दवाईयाँ आचार्य पं. श्री नरोत्तम लाला सेवा संस्थान द्वारा दवाईयाँ, एम्बुलेन्स एवं डॉक्टर, मान मन्दिर द्वारा दवाईयाँ और एम्बुलेन्स की अभी तक व्यवस्था की जा चुकी है। अभी और एम्बुलेन्स और डॉक्टर्स की व्यवस्था की जा रही है। जिससे यात्रा में चिकित्सा की समुचित व्यवस्था की जा सके।

संस्कृति की अनुपम छटाएँ
यमुना मुक्तिकरण अभियान के तत्वावधान में निकाली जाने वाली यमुना मुक्तिकरण पदयात्रा अपने आप में संस्कृति की अनुपम छटाओं को समेटे हुए दिल्ली की ओर बढ़ेगी। यात्रा कितनी भव्य है, इसका अंदाजा उसकी तैयारियों से ही लगाया जा सकता है। यमुना मुक्तिकरण पदयात्रा में अलग संस्कृति के भोजन का स्वाद देखने को मिल रहे हैं, जिसमें गुजराती वैष्णवों के अलग गुजराती रसोई यात्रा में चल रही है।

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