वर्षाजल संचयन केस स्टडी- थाने

1990-2000 के थाने म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की एक पर्यावरणीय स्थिति की रिपोर्ट में पता चला कि सभी के सभी भूमिगत जल पीने योग्य नहीं है।
पीने के पानी पर डब्लयू एच ओ और आईसीआई के दिशा-निर्देशों के साथ तुलना करने पर पता चला कि ज्यादातर टयूबवैल और खुले कुंओं में ई-कोलाई की मिलावट है। केवल 'ढोकली' के टयूबवैल को छोड़कर बाकी सभी कुंओ का पानी उपयोग के लिए सही नहीं पाया। यह पानी मानवीय उपभोग को छोड़कर घरेलू कार्यों के लिए प्रयोग किया जा सकता है। सभी खुले कुए और टयूबवैल के लिए नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए हैं।

थाने म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन का योगदान रहा कि उन्होंने निम्न कोशिशें कीं –

सभी पुरानी इमारतों को सम्पत्ति-कर में छूट दी जाएगी, यदि वे वर्षाजल संचयन सिस्टम अपनाते हैं। यदि नए निर्माणों में वर्षाजलसंचयन सिस्टम नहीं लगा होगा तो उन्हें 'आक्यूपेशन सर्टिफिकेट' जारी नहीं किया जाएगा। जागरुकता बढ़ाने और तकनीकी विकास के काम में लगी पांच संस्थाओं के साथ टीएमसी अथोरिटी द्वारा एक समिति का गठन।

सफलता की कुंजी उन्हें मिल चुकी थी – देखें अटैच पावरप्वाइंट प्रेजेन्टेशन



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