ऊँचे चढ़िके बोला मँडुवा


ऊँचे चढ़िके बोला मँडुवा। सब नाजों का मैं हूँ भँडुवा।।
आठ दिना मुझको जो खाय। भले मर्द से उठा न जाय।।


भावार्थ- मँडुआ नामक अन्न ऊँचे खड़े होकर कहता है कि मैं सब अन्नों में भँडुआ (निर्लज्ज) हूँ। यदि मुझे आठ दिन खा ले तो वह कितना भी शक्तिशाली मर्द हो निर्बल हो जायेगा और उठकर चल नहीं पायेगा।

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Post By: tridmin
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