घाघ और भड्डरी 20 Mar, 2010 . 1 min read Facebook Twitter SHARE ऊख करै सब कोई। जो बीच में जेठ न होई।।भावार्थ- यदि ज्येष्ठ जैसा गर्मी का महीना न हो तो हर किसान ईख की खेती करना चाहेगा। Path Alias /articles/ukha-karaai-saba-kaoi Post By: tridmin Topic Sub Categories पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा Regions भारत Email Address View the discussion thread.