तुलबुल में एक ही घाट का पानी पीते हैं ग्रामीण और मवेशी


गाँव के तीन मोहल्लों के करीब 350 लोग नदी-नाले का पानी पीने को मजबूर हैं। इन मोहल्लों में एक भी हैण्डपम्प ग्राम पंचायत व प्रशासन ने नहीं लगवाया है। वहीं चिपराटोला में एक हैण्डपम्प लगाया गया है, लेकिन इससे भी पानी नहीं निकल रहा। इससे ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की समस्या वर्षों से कायम है। ग्राम तुलबुल के मरकाम मोहल्ला, अहीर मोहल्ला एवं भदरापारा में आज तक एक भी हैण्डपम्प नहीं लगाया गया है। वर्षों से यहाँ निवासरत लोग दरला नाला का पानी पी रहे हैं। इससे आये दिन उल्टी-दस्त की शिकायत ग्रामीणों को होती है।पानी की समस्या दूर करने के लिये बोर खनन से लेकर हेल्पलाइन तक के नम्बर जारी किये गए हैं। सबको पानी उपलब्ध कराने के दावे फाइलों में कैद होकर रह गए हैं लेकिन हालत यह है कि सुराज अभियान में भी लोग नाले का गन्दा पानी के लिये मजबूर हैं। पानी की यह गम्भीर समस्या विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा की ग्राम पंचायत कर्री के आश्रित ग्राम तुलबुल के लोगों की है।

इस गाँव के तीन मोहल्लों के करीब 350 लोग नदी-नाले का पानी पीने को मजबूर हैं। इन मोहल्लों में एक भी हैण्डपम्प ग्राम पंचायत व प्रशासन ने नहीं लगवाया है। वहीं चिपराटोला में एक हैण्डपम्प लगाया गया है, लेकिन इससे भी पानी नहीं निकल रहा। इससे ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की समस्या वर्षों से कायम है।

ग्राम तुलबुल के मरकाम मोहल्ला, अहीर मोहल्ला एवं भदरापारा में आज तक एक भी हैण्डपम्प नहीं लगाया गया है। वर्षों से यहाँ निवासरत लोग दरला नाला का पानी पी रहे हैं। इससे आये दिन उल्टी-दस्त की शिकायत ग्रामीणों को होती है। ग्रामीण दरला नाला को अपनी जीवनदायिनी मान रहे हैं लेकिन इससे होने वाले दुष्प्रभाव से भी वे भलीभाँति परिचित हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी में नाले का पानी कम हो गया है। कुछ जगहों पर पानी का जमाव रहता है, जिसका उपयोग मवेशी व आमजन कर रहे हैं। इसकी जानकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से कई बार ग्रामीणों द्वारा की जा चुकी है। बावजूद इसके न ही जनप्रतिनिधि और न ही अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान दिया जा रहा है।

आँगनबाड़ी में भी हैण्डपम्प नहीं


ग्रामीण शासन-प्रशासन की अनदेखी से परेशान हैं। गाँव में हैण्डपम्प नहीं होने से सभी परेशान हैं, वहीं अहीर मोहल्ला में संचालित आँगनबाड़ी केन्द्र में भी हैण्डपम्प नहीं लगाया गया है। इससे यहाँ पहुँचने वाले पच्चों को प्यास लगने पर दरला नाला जाना पड़ता है।

लम्बी दूरी करनी पड़ती है तय


गाँव से बाहर स्थित दरला नाले का पानी लेने करीब आधा किमी की दूरी ग्रामीणों को तय करनी पड़ती है। इसके कारण घर के अधिक-से-अधिक सदस्य एक साथ जाकर पानी लाने की कोशिश करते हैं।

ग्राम तुलबुल में व्याप्त पेयजल की समस्या का मुद्दा जिला पंचायत की सामान्य सभा में रख चुकी हैं। प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है...किरण कुजूर, जिला पंचायत सदस्य

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Post By: RuralWater
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