तापी की बाढ़: (2006)


कभी-कभी जाते थे जिसे मिलने,
वही तापी आ गई सबके घर रहने।
बनी चण्डिका, जल की ले चाबुक।
देखते ही झील बन गया सारा शहर,
प्रलय सा मच गया बाढ़ का कहर।
मानो सूरत ने ले ली हो जल समाधि,
कहीं घर पूरे डूबे, कहीं छत आधी।
गली, घर, दफ्तर, हो या हो पाठशाला,
अस्पताल, दुकान का हो पहला माला,
सारी जमीन पानी में थी गर्क,
मिट गया ऊँच-नीच का फर्क।
मुसीबत में, जाने अनजाने सब दोस्त हुए,
गिले-शिकवे मिटा कर सब एक हुए।
पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा था,
जल प्रवाह भी अब जोर पकड़ रहा था।
तैर रही थी पेट्रोल, डीजल की गाड़ियाँ,
बने तालाब बाग, बगीचे व बाड़ियाँ।
बह रही थी बूढ़े दादा की छड़ी,
बही दीवार से पुरखों की घड़ी।
बही बीती हुई सुख की घड़ी,
बह गई यादें, मुलाकातें सभी,
बह गई निशानियाँ, भेंट सौगातें सभी।
बह रहे थे बच्चों के झूले,
किताबें, खिलौने, स्कूल के थैले।
न अब कोई यहाँ हिन्दू था,
न कोई अब मुसलमान था।
पानी में भूखा, जो फंसा था,
वह केवल बेबस इन्सान था।
कई लाशें बहीं, इमारतें ढहीं,
कई मरे, बेमौत, बिना दवाई,
कहीं प्रसव में नवजात की रुलाई।
तीन-चार दिन का था कारावास,
न था दूध या पानी, थी बस प्यास।
कहने को था पानी ही पानी पास।
टी.वी., बिजली, फोन, रेडियो थे ठप्प,
लोग, बेचैन, मार रहे थे गप्प।
जो हाथ सदा दान के लिये उठे थे,
वे आज पानी माँगने बढ़े थे।
भूखे बच्चों को कहानी से बहलाया
दूध के बदले दो घूँट पानी पिलाया,
पत्थर दिल बाप भी चुपचाप रोया,
जब बच्चा रोटी माँग, भूखा सोया।
बेगाने लोग संकट में अपने हुए,
आस-पास के गाँव सहायता को आए,
ट्रैक्टर में पानी दूध भर लाए।
अनजाने से फूड पैकेट थे पाये,
ऊपर हेलिकाॅप्टर मंडरा कर चला जाता,
जैसे कोई विदूषक हँसता हो जैसे।
जाने कहाँ थे नेता, व सरकार की मदद?
अब खुद करनी थी अपनी ही मदद।
कहते हैं बिन बारिश की थी ये बाढ़,
किसी के गलत निर्णय से सूरत हुआ बर्बाद।
अचानक तापी का अपना घर याद आया,
शायद पिया का दर याद आया।
चार-पाँच दिन दहशत में गुजरे,
धीरे-धीरे जलस्तर नीचे उतरे।
चारों ओर कीचड़, सड़ी लाशें थीं,
बदबू, रोग से, बोझिल साँसें थीं।
यह कैसी सूरत की बदसूरती थी,
कीचड़ में सनी स्वर्णमूर्ति थीं।
कुदरत ने इन्सान को कर दिया था मात,
दिखा दिया उसकी क्या है औकात।
सबको अब फिर से संभलना होगा,
उठ कर आगे बढ़ना होगा।
भविष्य में हम सावधान रहेंगे,
खूबसूरत सूरत को बचाते रहेंगे।

सम्पर्क :
डाॅ. सुषमा अय्यर, हिलिंग हैन्ड्रस हास्पिटल, सीटी लाइट सूरत - 395007 (गुजरात), मो. 9426104439

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