गंगा नदी की सफाई के लिए सचिव स्तरीय समूह के गठन के बाद केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने दिल्ली में प्रदूषित यमुना नदी की सफाई के लिए एक अलग समिति बनाए जाने की आज यहां घोषणा की।
उमा भारती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गंगा की सफाई के लिए हमने पहले ही पर्यावरण, परिवहन, पर्यटन और जल संसाधन जैसे मंत्रालयों के सचिवों का एक समूह गठित किया है। इसी प्रकार यमुना की सफाई के लिए हम शहरी विकास, ग्रामीण विकास और केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों की एक समिति गठित करेंगे।
वह उत्तराखंड में पिछले साल की प्राकृतिक आपदा की पहली बरसी पर यमुना के किनारे पौधरोपण करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं। उत्तराखंड की उस आपदा में हजारों लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि तीन मंत्रालयों के अधिकारी यमुना नदी को विकसित करने पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे ताकि इसे लोगों का आंदोलन बनाया जा सके।
उमा भारती ने कहा कि मैंने सोमवार को ग्रामीण विकास और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी और शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू से बात की। मैंने उनसे कहा कि दिल्ली में नदी के तट को नदी के अनुकूल बनाया जाए। उन्होंने 2013 में उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद उनके मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया।
उमा भारती ने कहा कि जल संसाधन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि 50 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाली झीलों में पानी के स्तर में वृद्धि होने पर तत्काल चेतावनी जारी की जाए। यह सूचना संबंधित राज्य सरकारों को भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल बाढ में प्रभावित तटबंधों की मरम्मत के लिए कदम उठाए जाएंगे।
उमा भारती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गंगा की सफाई के लिए हमने पहले ही पर्यावरण, परिवहन, पर्यटन और जल संसाधन जैसे मंत्रालयों के सचिवों का एक समूह गठित किया है। इसी प्रकार यमुना की सफाई के लिए हम शहरी विकास, ग्रामीण विकास और केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों की एक समिति गठित करेंगे।
वह उत्तराखंड में पिछले साल की प्राकृतिक आपदा की पहली बरसी पर यमुना के किनारे पौधरोपण करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं। उत्तराखंड की उस आपदा में हजारों लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि तीन मंत्रालयों के अधिकारी यमुना नदी को विकसित करने पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे ताकि इसे लोगों का आंदोलन बनाया जा सके।
उमा भारती ने कहा कि मैंने सोमवार को ग्रामीण विकास और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी और शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू से बात की। मैंने उनसे कहा कि दिल्ली में नदी के तट को नदी के अनुकूल बनाया जाए। उन्होंने 2013 में उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद उनके मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया।
उमा भारती ने कहा कि जल संसाधन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि 50 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाली झीलों में पानी के स्तर में वृद्धि होने पर तत्काल चेतावनी जारी की जाए। यह सूचना संबंधित राज्य सरकारों को भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल बाढ में प्रभावित तटबंधों की मरम्मत के लिए कदम उठाए जाएंगे।
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Post By: pankajbagwan