वेटलैंड ताजे पानी का एक विशिष्ट स्रोत है जहां वर्षा ऋतु में पानी का भंडारण है। मानसून सत्र का अतिरिक्त जल वेटलैंड में जाकर मिल जाता है। इस प्रकार वेटलैंड मैदानी एवं जलीय भागों में साम्य बनाए रखता है। वेटलैंड के भूमि की यह विशेषता होती है कि मृदा जल से पूरी तरह भरपूर होती है।
लखनऊ में रायबरेली रोड पर हैवत मऊ मण्वैया नामक ग्राम के निकट हैवत मऊ लेक स्थित है।
लगभग चार से पांच वर्ष पहले शारदा नहर इस लेक में आकर पानी छोड़ती थी और नहर के पानी का उपयोग सिंचाई के लिए था। परन्तु आज शारदा नहर के पानी को जो नालियां लेक में छोड़ती थीं आज वही नालिया उतरठिया, आवास विकास कॉलोनी एवं शहरों का गंदा जल इसमें मिलाती है।
ग्रामीणों के अनुसार पूर्व में इस लेक का विस्तार रायबरेली रोड से लालगंज तक था जो एक विशाल विस्तार था। तथा लेक का पानी स्वच्छ एवं दैनिक उपयोग में लाया जाता था। आज स्थिति इसके विपरीत है। आज यह लेक अतिक्रमण का शिकार है और कई प्रकार के अवैध निर्माण, आवासीय माकनों का निर्माण एवं व्यवसायिक कार्यों हेतु भूमि का अनाधिकार रूप से अधिग्रहण से लेक संकुचित होकर रह गई है।
ग्राम सभा हैवत मऊ मण्वैया की आबादी एक अच्छ स्तर की है आस-पास की आवासीय कालोनी में आबादी का घनत्व ज्यादा है इन स्थानों पर कूड़ों के निस्तारण की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। परिस्थितीवश निवासी अपने घरों का कूड़ा इस लेक में डाल देते हैं। इस प्रकार लेक की भूमि प्रदूषित हो रही है। ग्रामीणों के अनुसार पूर्व में प्रवासी पक्षियां लेक पर आया करती थीं, तथा अनेक प्रकार की जैवविविधता की अत्यंत धनी थी। आज स्थिति अत्यंत दयनीय है।
एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट जो कि एक विशाल निर्माण है लेक के भूमि पर किया जा रहा है। इस अपार्टमेंट के निर्माण से लेक पर छाया संकट अधिक गहरा जाएगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी लेक के भूमि अधिग्रहण करके आवासीय कालोनी की योजना बना रही है। इस प्रकार के विकास से लेक का अस्तित्व आज संकट में है। लेक के जल का घुलित ऑक्सीजन स्तर अत्यंत कम है। नाली तथा लेक के संयोजन स्तर पर -1 से कम, मध्य में 2-2.5 मिग्रा. /ली.
1. लेक का भूराजस्व अभिलेखों मे नामांकन है अथवा नहीं? लेक का क्या क्षेत्रफल है।
2. लेक के निकट बने निर्माण वैध या अवैध?
लखनऊ में रायबरेली रोड पर हैवत मऊ मण्वैया नामक ग्राम के निकट हैवत मऊ लेक स्थित है।
लगभग चार से पांच वर्ष पहले शारदा नहर इस लेक में आकर पानी छोड़ती थी और नहर के पानी का उपयोग सिंचाई के लिए था। परन्तु आज शारदा नहर के पानी को जो नालियां लेक में छोड़ती थीं आज वही नालिया उतरठिया, आवास विकास कॉलोनी एवं शहरों का गंदा जल इसमें मिलाती है।
ग्रामीणों के अनुसार पूर्व में इस लेक का विस्तार रायबरेली रोड से लालगंज तक था जो एक विशाल विस्तार था। तथा लेक का पानी स्वच्छ एवं दैनिक उपयोग में लाया जाता था। आज स्थिति इसके विपरीत है। आज यह लेक अतिक्रमण का शिकार है और कई प्रकार के अवैध निर्माण, आवासीय माकनों का निर्माण एवं व्यवसायिक कार्यों हेतु भूमि का अनाधिकार रूप से अधिग्रहण से लेक संकुचित होकर रह गई है।
ग्राम सभा हैवत मऊ मण्वैया की आबादी एक अच्छ स्तर की है आस-पास की आवासीय कालोनी में आबादी का घनत्व ज्यादा है इन स्थानों पर कूड़ों के निस्तारण की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। परिस्थितीवश निवासी अपने घरों का कूड़ा इस लेक में डाल देते हैं। इस प्रकार लेक की भूमि प्रदूषित हो रही है। ग्रामीणों के अनुसार पूर्व में प्रवासी पक्षियां लेक पर आया करती थीं, तथा अनेक प्रकार की जैवविविधता की अत्यंत धनी थी। आज स्थिति अत्यंत दयनीय है।
एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट जो कि एक विशाल निर्माण है लेक के भूमि पर किया जा रहा है। इस अपार्टमेंट के निर्माण से लेक पर छाया संकट अधिक गहरा जाएगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी लेक के भूमि अधिग्रहण करके आवासीय कालोनी की योजना बना रही है। इस प्रकार के विकास से लेक का अस्तित्व आज संकट में है। लेक के जल का घुलित ऑक्सीजन स्तर अत्यंत कम है। नाली तथा लेक के संयोजन स्तर पर -1 से कम, मध्य में 2-2.5 मिग्रा. /ली.
1. लेक का भूराजस्व अभिलेखों मे नामांकन है अथवा नहीं? लेक का क्या क्षेत्रफल है।
2. लेक के निकट बने निर्माण वैध या अवैध?
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