सींग मुड़े माथा उठा, मुँह का होवे गोल।
रोम नरम चंचल करन, तेज बैल अनमोल।।
भावार्थ- जिस बैल के सींग मुड़े हों, मस्तक उठा हुआ हो, मुँह गोल हो, बाल मुलायम हों, कान चंचल हों, वह बैल चलने में तेज और अनमोल होता है।
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