सावन सुक्ला सत्तमी, बादर बिजुरी होय।
करि खेती पिय भवन में, निश्चित रहिए सोय।।
भावार्थ- यदि सावन शुक्ल सप्तमी को बादल में बिजली चमक रही हो तो पत्नी अपने पति से कहती है कि हे प्रियतम! खेती करके (बीज डाल करके) आराम से घर में सो जाओ क्योंकि इस वर्ष खेती बहुत अच्छी होगी।
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