लोक स्वास्थ्य विभाग का खुलासा
दिल्ली जल बोर्ड घरों में सीवर का पानी सप्लाई कर रहा है। इसका खुलासा दिल्ली नगर निगम के लोक स्वास्थ्य विभाग ने किया है। लोक स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल 30 दिसंबर को सरकारी प्रयोगशाला में दिल्ली जल-बोर्ड द्वारा सप्लाई किए जा रहे पानी के कुल 616 नमूने जांच के लिए भेजे थे। जांच में पाया गया कि लोगों के घरों में सप्लाई किए जा रहे पानी में सीवर का पानी मिला हुआ है। ये नमूने नगर निगम के 11 जोन से लिए गए थे। विभाग ने इसकी जानकारी दिल्ली सरकार को दे दी है।
जल-बोर्ड का पानी मल-मिश्रित होने की पुष्टि से दिल्ली सरकार के अभियान को भी धक्का लगा है। दिल्ली सरकार इसे स्वच्छ व साफ मानते हुए जल-बोर्ड का पानी पीने के लिए ही लोगों को प्रेरित करती है। दिल्ली जल-बोर्ड अपने आठ जल संयंत्रों से कुल 847 एमजीडी पीने के पानी की सप्लाई करता है। जल-बोर्ड के अनुसार दर्जनों इलाकों में पिछले 12 सालों से पाइप लाइन नहीं बदली गई है। कई जगहों पर पानी व सीवर की लाइन एक साथ गुजरती है। मिट्टी के अंदर सड़कर पाइप कई जगहों से लीक हो गई है। पानी की सप्लाई जब बंद की जाती है तो वैक्यूम होकर सीवर का पानी पीने के पानी की पाइप में चला आता है। सप्लाई दुबारा शुरू होने पर यह पानी लोगों के घरों में पहुंचता है। एमसीडी की मेडिकल रिलीफ और पब्लिक हेल्थ समिति के चेयरमैन डॉ. वी.के. मोंगा के अनुसार सप्लाई में जाने वाले पानी में 20 प्रतिशत मल मिला होता है। पानी में जहरीले बैक्टीरिया की मात्रा प्रति 100 मिलीमीटर में 10 तक होनी चाहिए। 10 से ऊपर बैक्टीरिया जब 100 मिलीमीटर पानी में पाया जाता है तो लोगों को टाइफायइड, कालरा व पीलिया जैसे जानलेवा बीमारी हो सकती है।
संयंत्र |
स्रोत |
क्षमता (एमजीडी) |
चंद्रावल |
यमुना |
90 |
वजीराबाद |
यमुना |
131 |
हैदरपुर |
भाखड़ा व यमुना |
216 |
नांगलोई |
भाखड़ा |
40 |
बवाना |
यमुना |
20 |
भागीरथी |
ऊपरी गंगा नहर |
110 |
सोनिया विहार |
ऊपरी गंगा नहर |
140 |
रैनीवेल्स |
भूजल |
100 |
बोतल बंद पानी भी सुरक्षित नहीं
सीवर के पानी मिला पेयजल आपूर्ति की खबर से चिंतित होकर यदि आप बोतलबंद पानी की ओर रुख करना चाह रहे हों तो जान लें कि यह पानी भी सुरक्षित नहीं है। पिछले दिनों सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की प्रयोगशाला में की गई जांच में पाया गया कि मुंबई-दिल्ली में बिकने वाली पानी की बोतलों में खतरनाक कीटनाशकों का अंश मिला हुआ है जो स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। हालांकि पानी में कीटनाशक की कुछ मात्रा स्वाभाविक रूप से होती है मगर इस जांच में पाया गया कि इन बोतलों के पानी में निर्धारित मात्रा से अधिक कीटनाशक हैं।
एमसीडी जोन से लिए गए नमूने
जोन |
कुल नमूना |
सही पाया |
गलत पाया |
करोल बाग |
59 |
40 |
19 |
शाहदरा नार्थ |
16 |
15 |
01 |
सदर पहाड़गंज |
34 |
28 |
06 |
दक्षिणी |
109 |
88 |
21 |
सिविल लाइन |
82 |
64 |
18 |
पश्चिमी |
60 |
51 |
09 |
नजफगढ़ |
06 |
06 |
00 |
रोहिणी |
63 |
53 |
10 |
शहरी क्षेत्र |
90 |
82 |
08 |
शाहदरा साउथ |
73 |
64 |
09 |
नरेला |
24 |
14 |
10 |
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