रेवासागर भागीथ कृषक अभियान सफलता की कहानी, भाग-2

ट्यूबवेल खोदने के बाद भी पानी की अपर्याप्तता से कृषक मोहन सिंह के सामने जमीन का कुछ भाग बेचने की नौबत आ रही थी, किंतु कलेक्टर श्री उमाकांत के मार्गदर्शन में देवास जिले में चलाए गए जल अभिषेक अभियान 2006 के दौरान उसके द्वारा भी तालाब निर्माण कराया। मोहनसिंह बताते हैं कि पहले ही वर्ष में रेवासागर में एकत्रित पानी से मुझे फायदा हुआ यह देख मेरी बड़ी भाभी तथा छोटे भाई ने भी तालाब निर्माण की ठान ली। कलेक्टर उमाकांत उमराव ने 2 अप्रैल 2007 को मेरी भाभी के खेत पर रेवासागर का भूमि पूजन किया मुझे उम्मीद हैं कि रेवासागर निर्माण के बाद इनके जीवन में भी खुशहाली लौट आएगी।

मेरी कहानी - मेरी जुबानी -


देवास विकास खंड के ग्राम दुर्गापूरा में कृषक मोहनसिंह पिता भेरूसिंह की पुश्तैनी खेती की ज़मीन हैं मेरी माताजी सागरबाई के सानिध्य में हमारा परिवार खेती करता है हमारे बड़े भाई का स्वर्गवास हो चुका है तथा भाभी खेती की देख-रेख करती है। एक छोटा भाई भी है वह भी खेती पर निर्भर हैं कृषक मोहनसिंह ने बताया कि प्रशासन के सहयोगी वातावरण से ग्रामीण विकास बैंक की शाखा ने रेवासागर निर्माण के लिए 2 लाख का ऋण स्वीकृत किया था जिससे मैंने 0.75 हेक्टेयर क्षेत्र में तालाब का निर्माण कराया पहली रबी की फसल ली जबकि पानी के अभाव में भाभी श्रीमती अजबबाई पति भंवरसिंह व छोटे कमल पिता भेरूसिंह की फसल केवल 7 हजार से 8 हजार हुई और अब उन्होंने भी रेवासागर निर्माण करने का निश्चय किया।

मोहनसिंह
ग्राम-दुर्गापुरा वि.ख. देवास
जिला-देवास, रेवासागर भागीरथ कृषक अभियान

Path Alias

/articles/raevaasaagara-bhaagaitha-karsaka-abhaiyaana-saphalataa-kai-kahaanai-bhaaga-2

Post By: admin
×