पुलिस के पहरे में बँट रहा है पानी


अल्मोड़ा जिले के सल्ट ब्लॉक के दर्जनों गाँवों में जल संकट भयावह रूप ले चुका है। जिला प्रशासन व जल संस्थान टैंकरों के जरिए पानी की सप्लाई कर रहा है। पानी की कमी को देखते हुए टैंकरों के चक्कर बढ़ाए जा रहे है। जिला प्रशासन ने विभाग को टैंकर संचालन के लिए साढ़े चार लाख रुपये दिए हैं। पानी की समस्या से जूझते गाँवों में हैंडपंप लगाने का कार्य तेजी से चल रहे हैं। प्रशासन व जल संस्थान के ग्रामीणों तक पानी पहुँचाने की कवायदें नाकाफी साबित हो रही हैं।

जल संस्थान से मिले आँकड़ों के अनुसार ब्लॉक के जालीखान, नैनवाल पाली, भैरंगखाल, शशिखाल, हिनौला, देवायल, तल्ला मानिला, मौलेखाल, तहसील सल्ट सहित 47 गाँवों में पानी की कमी से लोगों को जूझना पड़ रहा है। भीषण गर्मी से यहाँ के परंपरागत स्रोत सूख गए हैं। जल संस्थान काशीपुर, सितारगंज, हरिद्वार से टैंकर मंगवाकर पानी की सप्लाई कर रहा है। संस्थान द्वारा गाँवों में पानी पहुँचाने के लिए चार टैंकर लगाए गए हैं। जिला प्रशासन की तरफ से दो टैंकर लगे हुए हैं। कुल छह टैंकरों से हर तीसरे दिन पानी पहुँचाये जाने से लोगों को कुछ राहत तो मिली है, लेकिन अभी भी कई गाँव पानी की कमी से जूझ रहे है।

पानी न मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश होना लाजिमी है। एक माह पूर्व पानी न मिलने से गुस्साए ग्रामीणों ने मल्ला सल्ट में तैनात जे. ई. के.एन. बहुगुणा के साथ अभद्रता व मारपीट की थी। जिसके बाद उन्होंने दुःखी होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह आये जी.सी. पांडे ने भी डरते-डरते कार्यभार ग्रहण किया था। डीएम, जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक डी.डी. डिमरी के आश्वासन के बाद के.एन. बहुगुणा ने अब तल्ला सल्ट में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। भय का आलम यह है कि जे. ई. के साथ हुई घटना के बाद टैंकरों से पानी बाँट रहे कर्मचारियों ने सुरक्षा की गुहार लगाई थी, जिसके बाद प्रत्येक टैंकर के साथ एक पुलिसकर्मी को तैनात करने के निर्देश दिए गये। अब पुलिस के पहरे में लोगों को पानी बाँटा जा रहा है। मगर अभी भी कर्मचारी गाँवों में अकेले जाने से घबरा रहे है।

पानी की समस्या वाले गाँवों में विभाग द्वारा हैंडपंप लगाने का कार्य भी चल रहा है। अभी तक 10 गाँवों में हैंडपंप लगाने का कार्य पूरा हो चुका है। अभी कनेड़ा, डाढ़मी, डबरा क्वैरला, रथखाल में हैंडपंप लगाने प्रस्तावित हैं। खराब पड़े हैंडपंपों को ठीक करने के लिए भी दो टीमें लगाई गई हैं, जो पिछले एक माह से ब्लॉक में डेरा डाले हुई है। अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने जल संकट से निपटने के लिए जल संस्थान को साढ़े चार लाख रुपये दिए हैं, जिनसे पानी सप्लाई में लगे टैंकरों की संख्या बढ़ाई जानी है। विभाग के अधिशासी अभियंता जे.आर. गुप्ता ने बताया कि जल संकट को देखते हुए गाँवों में रिसावदार कुएँ बनाए जा रहे हैं। अब तक 12 गाँवों में इन कुओं ने कार्य करना शुरू कर दिया है।
 
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