पीएम मोदी ने आज देश को हर घर नल से जल की उपलब्धि को लेकर संबोधन दिया। उन्होंने कहा अगर आप भारत की इन उपलब्धि के बारे में जानेंगे मुझे पक्का विश्वास है आपको गर्व होगा विशेषकर हमारी माता और बहनों को बहुत गर्व होगा। अमृत काल में भारत जिन विशाल लक्ष्यों को काम कर रहा है उनमें 3 महत्वपूर्ण पड़ाव हमने पार किये है पहला पड़ाव देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवार को नल से जल मिल रहा है जो सरकार की सबसे बडी उपलब्धि है । यह सब का प्रयास का बेहतरीन उदाहरण भी है मैं इस उपलब्धि के लिए हर देशवासी विशेषकर माताओं बहनों को बधाई देता हूं । आज गोवा ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है आज गोवा देश का पहला राज्य बना है जिसे हर जल सर्टिफाइड किया दादरा नगर हवेली एवं दीव दमन भी जल सर्टिफाइड केंद्र शासित प्रदेश बन गए है। बीते कुछ वर्षों में देश के हर बड़े मिशन में गोवा अग्रणीय भूमिका निभाता जा रहा है इसके लिए मैं गोवा की जनता मुख्यमंत्री और उनकी टीम समेत स्थानीय स्वराज्य संस्थानों को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा जिस प्रकार गोवा ने हर घर जल मिशन को आगे बढ़ाया है वह पूरे देश को प्रेरित करता है मुझे खुशी है आने वाले महीनों में कई और राज्य इस सूची में जुड़ेंगे।
देश की तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है कुछ साल पहले सभी देशवासियों के प्रयासों से देश खुले में शौच से मुक्त घोषित हुआ था उसके बाद हमने संकल्प लिया था गांव को ओडीएफ प्लस बनाएंगे यानी कम्युनिटी टॉयलेट, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, ग्रे वॉटर मैनेजमेंट ,गोवर्धन प्रोजेक्ट ऐसी सुविधाएं विकसित की जाएगी। इसको लेकर भी देश ने अहम माइलस्टोन हासिल किया है। अब देश के अलग-अलग राज्यों के एक लाख से ज्यादा गांव ओडीएफ प्लस हो चुके हैं इन तीनों अहम को पड़ाव पार करने के लिए सभी राज्यों, गांवों को जितनी बधाई दें उतनी कम है आज दुनिया की बड़ी-2संस्थाएं कह रही हैं 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक वाटर सिक्योरिटी की चुनौती होगी पानी का अभाव विकसित भारत की संकल्प की सिद्धि में भी बहुत बड़ा अवरोध बन सकता है बिना पानी सामान्य मानवीय ,गरीब, मध्यमवर्ग, किसान और उद्योग धंधों सब को नुकसान होता है इस बड़ी चुनौती से निपटने के लिए सेवा भाव से कर्तव्य भाव से 24 घंटे की काम करने की जरूरत है
हमारी सरकार बीते 8 वर्षों से इसी भावना के साथ वाटर सिक्योरिटी जल सुरक्षा के कार्यों को पूरा करने में जुटी हुई है यह सही है कि सरकार बनाने के लिए इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती लेकिन देश बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है और सब के प्रयास से होती है हम सभी ने देश बनाने का रास्ता चुना है इसीलिए देश के वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का लगातार समाधान कर रहे हैं जिन्हें देश की परवाह नहीं होती उन्हें देश का वर्तमान बिगड़े यह भविष्य उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता । ऐसे लोग पानी के लिए बड़ी-बड़ी बातें जरूर करते हैं लेकिन कभी पानी के लिए एक बड़े मिशन के साथ काम नहीं कर सकते। आजादी के अमृत काल में जल सुरक्षा भारत की प्रगति के सामने चुनौती ना बने बीते 8 वर्षों से जन सुरक्षा पर खासा ध्यान दिया गया है । कैच द रेन हो, अटल भूजल योजना हो, देश के हर जिले में 75 अमृत समारोह का निर्माण हो,नदियों को जोड़ना हो या फिर जल जीवन मिशन इन सब का लक्ष्य है देश के जन-जन को जल सुरक्षा कुछ दिन पहले ही एक खबर आई है कि भारत में अब रामसर साइट वेटलैंड की संख्या भी बढ़कर 75 हो गई है इनमें से भी 50 साइट पिछले 8 वर्षों में जोड़ी गई है यानी वाटर सिक्योरिटी के लिए भारत चौतरफा प्रयास कर रहा है और इसके ह दिशा में नतीजे मिल रहे हैं पानी और पर्यावरण के लिए यही प्रतिबद्धता जल जीवन मिशन के 10 करोड़ के पड़ाव में झलकती है अमृत काल की इससे बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती है सिर्फ 3 साल के अंदर जल जीवन मिशन के तहत पाइप से पानी की सुविधा से जोड़ा गया है यह समान्य उपलब्धि उपलब्ध नहीं है
आजादी के 7 दशकों में सिर्फ 3 करोड ग्रामीण परिवारों के पास ही पाइप से पानी की सुविधा उपलब्ध है देश में लगभग 16 करोड़ ग्रमीण परिवार ऐसे थे जिनके पानी के लिए बाहर के स्रोतों पर निर्भर न पड़ता था गांव की इतनी बड़ी आबादी को इस मूल आवश्यकता के लिए संघर्ष करते नहीं छोड़ सकते थे इसीलिए 3 साल पहले मैंने लाल किले से घोषणा की थी हर घर पाईप से जल पहुंचा जाएगा नई सरकार बनने के बाद हमने जल शक्ति मंत्रालय अलग बनाया। इस अभियान पर 360000 करोड पर खर्च किये जा रहे हैं 100 साल की सबसे बड़ी महामारी से रुकावट आई इसके बावजूद इस अभियान की गति कम नही हुई इसीलिए जो सात दशकों में जितना काम हुआ था उससे 2 गुना से अधिक काम देश ने पिछले 3 साल में करके दिखाया है यह उसी मानव केंद्र विकास का उदाहरण है जिसकी बात मैंने इस बार लाल किले से की है हर घर जल जब पहुँचता महिलाओं , भावी पीढ़ी को होता है
/articles/paiema-maodai-nae-hara-ghara-nala-sae-jala-abhaiyaana-para-badai-ghaosanaa-kai