बच्चों ने किया पानी के लिए पैदल मार्च
नीर फाउंडेशन, मेरठ व इंडिया वाटर पार्टनर्शिप, नई दिल्ली द्वारा विश्व जल दिवस दिवस को विश्व जल सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें 22 से 24 मार्च, 2012 तक प्रत्येक दिन जल संरक्षण संबंधी विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की जानी हैं। इसी कड़ी में आज संस्था द्वारा प्रातः 9 बजे से ‘वाक फोर वाटर’ का आयोजन किया गया। इसमें 200 स्कूली बच्चों सहित शहर के कुछ सामाजिक कार्यकताओं ने भी भाग लिया। यह पानी मार्च ‘चौधरी चरण सिंह पार्क’ से प्रारम्भ होकर डीआईजी कार्यालय, डीएम आवास व स्टेडियम के सामने से होता हुआ ‘चौधरी चरण सिंह पार्क’ पर ही आकर समाप्त हुआ। इस मार्च को मेरठ के ‘बीएसए गजेन्द्र सिंह’ व ‘इण्डिया वाटर पार्टनर्शिप’, नई दिल्ली की सचिव डॉ. वीना खण्डूरी, समाज सेविका रूचिरा सिंह व राजकुमार सांगवान ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान नीर फाउंडेशन के निदेशक रमन ने बताया कि वर्ष 1992 में ‘रियो डी’ जनेरियो में आयोजित ‘यूनाइटेड नेशन कान्फ्रेंश ऑन एन्वायरन्मेंट एंड डवलेपमेंट’ में एजेंडा 21 के चैप्टर 18 के दुनिया में ताजे व साफ पानी की होती कमी व उसमें बढ़ते प्रदूषण की समस्या को देखते हुए यह तय किया गया कि 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसी के तहत वर्ष 1993 से प्रत्येक 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है।
इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी गजेन्द्र सिंह ने बच्चों को बताया कि किस प्रकार से पानी की बचत करनी चाहिए। उन्होंने सभी बच्चों को यह संदेश दिया कि हमें पानी का सेवक बनना चाहिए और उसको बचाकर रखना चाहिए। इण्डिया वाटर पार्टनर्शिप की वीना खण्डूरी ने बताया कि इस वर्ष के विश्व जल दिवस को पानी और फूड सिक्योरिटी के तौर पर मनाया जा रहा है। क्योंकि पानी से ही हमारी भोजन की उपलब्धता जुड़ी हुई है।
जल मार्च के दौरान सभी छात्र अपने हाथों में जल संरक्षण के बैनर व जल संबंधी नारे लिखे पोस्टर लिए हुए थे। सभी छात्र रास्ते में जल बचाने के नारे लगाते हुए चल रहे थे तथा पानी बचाने का संदेश व जानकारी देते पर्चे उनको बांट रहे थे। इस दौरान करीब 10 स्कूलों के बच्चे शामिल हुए।
पोस्टर पर लिखे नारेः-
जल जो न होगा तो जल जाएगा जग।
पानी है अनमोल रत्न, बचाने का सब करो जतन।
आओ मिलकर पानी बचाएं।
जल ही जीवन है।
तुम पानी को बचाओ, पानी तुम्हे बचाएगा।
वर्षा के पानी को व्यर्थ न बहने दें।
वर्षाजल संरक्षण अपनाएं।
घर का पानी घर में और गांव का पानी गांव में।
जल जीवन का है आधार, यही करेगा बेड़ा पार।
खुली टोटी से बहता नीर, कौन समझेगा उसकी पीर?
मिलकर पानी बचाएंगे, जीवन खुशहाल बनाएंगे।
पानी मत बर्बाद करो, जीवन को आबाद करो।
वेद पुराणों में जल के विभिन्न नाम
नीर, आपः, जल, पानी, उदक, वारि, तोय, सलिल व जड़।
प्रकृति द्वारा निर्मित प्राकृतिक जल स्रोत: समुद्र, बादल, वर्षा, बर्फ, नद, नदी, झरना, झील व स्रोते।समाज द्वारा निर्मित जल संरक्षण के साधन: तड़ाग, तालाब, पोखर, पोखरी, कसार, जलाशय, सरोवर, पुष्कर, पुष्करणी, कुआं, बावड़ी, वापी, कूप, प्याऊ, पौसरे व प्रषा।
जल संरक्षण एवं प्रदूषण पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित
आज बीडीएस इंस्टीटयूट में जल संरक्षण व जल प्रदूषण पर स्कूली बच्चों की पोस्टर प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगी में विभिन्न स्कूलों के कक्षा 6 से 8 तक के करीब 80 बच्चों ने भाग लिया। इन सभी बच्चों ने जल संरक्षण, जल प्रदूषण व जल और हम विषय पर ड्राइंग बनाई गईं। प्रतियोगिता प्रातः 10-11 बजे तक चली।
प्रतियोगिता में बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल, जलभीमनगर प्राथमिक विधालय, न्यू शास्त्री पब्लिक स्कूल, लाला लाजपत राय स्कूल, दीप ज्योति स्कूल, जूनियर हाई स्कूल, माध्यमिक विधालय, काजीपुर जूनियर हाई स्कूल, के एल इंटनेशनल स्कूल, महाराना प्रताप स्कूल व शांती निकेतन स्कूल आदि शामिल हुए। प्रतियोगिता के अंत में प्रत्येक स्कूल के तीन-तीन बच्चों की ड्राइंग को प्रथम, द्वितीय व तृतीय चुना गया। जिसके आधार पर बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल के गुंजन शर्मा, अमन यादव व आयुश क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। जलभीमनगर प्राथमिक विधालय के बबीता, वर्षा गौतम व आरती रानी क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। न्यू शास्त्री पब्लिक स्कूल के अनुज, ज्योति व महक क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। लाला लाजपत राय स्कूल हर्षिता, सोनिया व सोनी क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। दीप ज्योति स्कूल के निशांत व अरूण क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहे। जूनियर हाईस्कूल के प्रीति व रानी क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहे। माध्यमिक विधालय के शिवानी व रस्मी क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहे। काजीपुर जूनियर हाई स्कूल के सुषमिता व अतुल क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहे। एल इंटनेशनल स्कूल के आदित्य व मधुमिता क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहे। महाराना प्रताप स्कूल के विशाल, आकाश व दीपक सिंह क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे तथा शांती निकेतन स्कूल के हर्षित प्रथम स्थान पर रहे।
इसी के आधार पर सभी बच्चों को नगर शिक्षा अधिकारी निशेष जार, समाजसेविका रूचिरा सिंह व बीडीएस के डायरेक्टर डा. सक्सैना ने सभी बच्चों को प्रमाण पत्र दिए।
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