न भूलेगी मुझे
नितंबिनी,
स्रोतस्विनी,
जलधार से भरी नदी-
जिसने मुझे भेंटा,
मैने जिसे भेंटा,
सूर्य ने घंटो हमें देखा।
‘फूल नहीं रंग बोलते हैं’ से संकलित
नितंबिनी,
स्रोतस्विनी,
जलधार से भरी नदी-
जिसने मुझे भेंटा,
मैने जिसे भेंटा,
सूर्य ने घंटो हमें देखा।
‘फूल नहीं रंग बोलते हैं’ से संकलित
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