परिकल्पना: किसी घर में पानी की खपत उस खास महीने के तापमान के अनुपात में होती है।कारण: मानव की प्राकृतिक संसाधनों की खपत कई चीजों पर निर्भर करती है जिनमें मौसम भी एक है। इन विभिन्न प्रभावों की जानकारी जुटाना उपयोगी है। कार्यप्रणाली: पानी की घरेलू खपत कई कारकों पर निर्भर करती है। इनमें पानी की उपलब्धता और उसे हासिल करने के प्रयास भी शामिल हैं। इस परिकल्पना की जांच उसी सूरत में की जा सकती है जब इस तरह के कारक लगातार बने रहे। इसकी जांच उन्हीं इलाकों में की जा सकती है जहां सालभर पानी की नियमित आपूर्ति हो। ऐसे किसी इलाके के वे 100 घर चुनें जहां पानी की आपूर्ति के साथ-साथ मीटर भी लगा हो। इस तरह के घरों में पानी के बिलों से पानी के खपत की ठोस जानकारी मिल सकती है। मौसम विभाग से किसी खास महीने में औसत तापमान के आंकड़े जुटाए जा सकते हैं। इसके बाद पानी की खपत और औसत मासिक तापमान के संबंध की जांच की जा सकती है। अगला कदम: घरों में पानी के विभिन्न तरह के इस्तेमाल के बारे में कुछ परिवारों से बातचीत करें। मसलन पानी का इस्तेमाल बगीचे की सिंचाई में हो सकता है जो गर्मियों के महीने में पानी की खपत बढ़ने का एक बहुत बड़ा कारण होता है।
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