माघ उज्यारी दूज दिन, बादर बिज्जु समोय।
तो भाखैं यों भड्डरी, अन्न जु महँगों होय।
शब्दार्थ- समोय – मिलना।
भावार्थ- भड्डरी का कहना है कि यदि माघ शुक्ल द्वितीया को आकाश में बादल हों और बिजली चमकती हो तो निश्चय ही अनाज महँगा होगा अर्थात् अच्छी फसल नहीं होगी जिससे अनाज महँगा होगा।
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