माघ में गरमी जेठ में जाड़


माघ में गरमी जेठ में जाड़।
कहै घाघ हम होब उजाड़।।


भावार्थ- यदि माघ महीने में गर्मी पड़े और ज्येष्ठ में ठंड लगे तो घाघ कहते हैं कि निश्चित ही किसान उजड़ जायेंगे अर्थात सूखा पड़ने वाला है।

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Post By: tridmin
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