माघ जु परिवा ऊजली


माघ जु परिवा ऊजली, बादर वायु जु होय।
तेल और सुरही सबै, दिन दिन महँगो होय।।


भावार्थ- भड्डरी का मानना है कि यदि माघ शुक्ल प्रतिपदा को बादल हों और हवा धीरे-धीरे चल रही हो तो तेल और घी दिन-प्रति-दिन महँगे होंगे।

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Post By: tridmin
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