प्रश्न 1. पोजोलाना क्या है ?
उत्तर. पोजोलाना एक प्राकृतिक अथवा कृत्रिम सामग्री है जिसमें सिलिका अभिक्रियाशील रूप में पाई जाती है । दूसरे शब्दों में , पोजोलाना एक सिलीसियस अथवा सिलिसियस एवं एलूमिनियस सामग्री है जिसमें इसके अपने बहुत कम अथवा नगण्य संयोजी गुणधर्म होते हैं परन्तु महीन रूप से विभावित रूप में, आर्द्रता की उपस्थिति में यह रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करती है जिससे कंक्रीट के विशिष्ट गुणधर्म आ जाते हैं । फ्लाईऐश, माइक्रोसिलिका, राइस-हस्क, जीजीबीएस, मेटाकोलाइन पोजोलोनिक सामग्रियों के कुछ उदाहरण हैं ।
प्रश्न 2. फ्लाईऐश क्या है ?
उत्तर. फ्लाईऐश महीन रूप से विभाजित एक अवशेष है जो भूमि अथवा चूर्णित बिटुमिनस कोयला अथवा सब बिटुमिनस कोयला (लिग्नाइट) के दहन से उत्पन्न होता है और जो चूर्णित कोयला अथवा लिग्नाइट द्वारा चलने वाले बायलरों की फ्लू गैसों के मार्फत बाहर निकलता है ।
प्रश्न 3. क्या आप फ्लाईऐश के स्त्रोत के बारे में जानते है ?
उत्तर. तापीय शक्ति गृह और ओद्योगिक संयंत्र , जिनमें बायलरों के लिए ईंधन के रूप में चूर्णित कोयले अथवा लिग्नाइट का प्रयोग किया जाता है, फ्लाईऐश प्राप्त करने के प्रमुख स्त्रोत हैं ।
प्रश्न 4. क्या आप फ्लाईऐश की श्रेणियों के बारे में जानते हैं ?
उत्तर. उपलब्ध ऐश (राख) की तीन श्रेणिया निम्नानुसार हैं :
• बोटम ऐश:- बायलर फरनेस के तल से एकत्रित की गई राख , जिसमें बढ़िया भूतकनीकी गुणधर्म होते हैं, को बोटम ऐश कहा जाता है । भराव, सड़क और तटबंध निर्माण के लिए यह अच्छी सामग्री है । • ड्राई ऐश:- इलैक्ट्रो-स्टेटिक प्रेसिपिटेटर्स की विभिन्न कतारों से श्ुष्क रूप में एकत्रित की गई राख को ड्राई ऐश कहा जाता है। इसका प्रयोग पीपीसी , कंक्रीट एवं सीमेंट मोरटार, लाइम फ्लाईऐश ब्रिक्स, बिल्डिंग ब्लाकों, एयरेटिड कंक्रीट ब्लाकों आदि का निर्माण करने में किया जाता है । • पोंड ऐश :- स्लरी बनाने के लिए फ्लाईऐश और बोटम ऐश को पानी के साथ मिलाया जाता है जिसे ऐश पोंड ऐरिया में पम्प कर दिया जाता है । ऐश पोंड एरिया में ऐश बैठ जाती है और आधिक्य जल निथर जाता है । इस प्रकार जमा राख को पोंड ऐश कहा जाता है । इसका प्रयोग सड़कों और तटबंधों के निर्माण के साथ-साथ भराव सामग्री के रूप में किया जाता है । चुनिन्दा पोंड ऐश का प्रयोग लाइम फ्लाईऐश ब्रिक्स/ब्लाकों आदि के निर्माण जैसे भवन उत्पादों के निर्माण में किया जाता है ।
प्रश्न 5. क्या आप जानते हैं कि फ्लाईऐश के प्रयोग द्वारा कंक्रीट के कई गुणधर्मों में सुधार हो जाता है और निर्माण की कुल लागत/समय में भी काफी कमी आती है ?
उत्तर. फ्लाईऐश के प्रयोग द्वारा कंक्रीट के अनेक गुणधर्मों जैसे कि चरम संपीडित सामर्थ्य , कंक्रीट की अपारगम्यता, संक्षारण प्रतिरोध आदि में सुधार हो जाता है । फ्लाईऐश सीमेंट की अपेक्षा सस्ता होने के कारण निर्माण की कुल लागत में बचत होती है । रोलर कम्पैक्टिड कंक्रीट में फ्लाईऐश का प्रयोग करने से निर्माण अवधि भी घट जाती है जिसमें 70 % तक फ्लाईऐश का सीमेंट के स्थान पर प्रतिस्थापन किया जा सकता है ।
उत्तर. पोजोलाना एक प्राकृतिक अथवा कृत्रिम सामग्री है जिसमें सिलिका अभिक्रियाशील रूप में पाई जाती है । दूसरे शब्दों में , पोजोलाना एक सिलीसियस अथवा सिलिसियस एवं एलूमिनियस सामग्री है जिसमें इसके अपने बहुत कम अथवा नगण्य संयोजी गुणधर्म होते हैं परन्तु महीन रूप से विभावित रूप में, आर्द्रता की उपस्थिति में यह रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करती है जिससे कंक्रीट के विशिष्ट गुणधर्म आ जाते हैं । फ्लाईऐश, माइक्रोसिलिका, राइस-हस्क, जीजीबीएस, मेटाकोलाइन पोजोलोनिक सामग्रियों के कुछ उदाहरण हैं ।
प्रश्न 2. फ्लाईऐश क्या है ?
उत्तर. फ्लाईऐश महीन रूप से विभाजित एक अवशेष है जो भूमि अथवा चूर्णित बिटुमिनस कोयला अथवा सब बिटुमिनस कोयला (लिग्नाइट) के दहन से उत्पन्न होता है और जो चूर्णित कोयला अथवा लिग्नाइट द्वारा चलने वाले बायलरों की फ्लू गैसों के मार्फत बाहर निकलता है ।
प्रश्न 3. क्या आप फ्लाईऐश के स्त्रोत के बारे में जानते है ?
उत्तर. तापीय शक्ति गृह और ओद्योगिक संयंत्र , जिनमें बायलरों के लिए ईंधन के रूप में चूर्णित कोयले अथवा लिग्नाइट का प्रयोग किया जाता है, फ्लाईऐश प्राप्त करने के प्रमुख स्त्रोत हैं ।
प्रश्न 4. क्या आप फ्लाईऐश की श्रेणियों के बारे में जानते हैं ?
उत्तर. उपलब्ध ऐश (राख) की तीन श्रेणिया निम्नानुसार हैं :
• बोटम ऐश:- बायलर फरनेस के तल से एकत्रित की गई राख , जिसमें बढ़िया भूतकनीकी गुणधर्म होते हैं, को बोटम ऐश कहा जाता है । भराव, सड़क और तटबंध निर्माण के लिए यह अच्छी सामग्री है । • ड्राई ऐश:- इलैक्ट्रो-स्टेटिक प्रेसिपिटेटर्स की विभिन्न कतारों से श्ुष्क रूप में एकत्रित की गई राख को ड्राई ऐश कहा जाता है। इसका प्रयोग पीपीसी , कंक्रीट एवं सीमेंट मोरटार, लाइम फ्लाईऐश ब्रिक्स, बिल्डिंग ब्लाकों, एयरेटिड कंक्रीट ब्लाकों आदि का निर्माण करने में किया जाता है । • पोंड ऐश :- स्लरी बनाने के लिए फ्लाईऐश और बोटम ऐश को पानी के साथ मिलाया जाता है जिसे ऐश पोंड ऐरिया में पम्प कर दिया जाता है । ऐश पोंड एरिया में ऐश बैठ जाती है और आधिक्य जल निथर जाता है । इस प्रकार जमा राख को पोंड ऐश कहा जाता है । इसका प्रयोग सड़कों और तटबंधों के निर्माण के साथ-साथ भराव सामग्री के रूप में किया जाता है । चुनिन्दा पोंड ऐश का प्रयोग लाइम फ्लाईऐश ब्रिक्स/ब्लाकों आदि के निर्माण जैसे भवन उत्पादों के निर्माण में किया जाता है ।
प्रश्न 5. क्या आप जानते हैं कि फ्लाईऐश के प्रयोग द्वारा कंक्रीट के कई गुणधर्मों में सुधार हो जाता है और निर्माण की कुल लागत/समय में भी काफी कमी आती है ?
उत्तर. फ्लाईऐश के प्रयोग द्वारा कंक्रीट के अनेक गुणधर्मों जैसे कि चरम संपीडित सामर्थ्य , कंक्रीट की अपारगम्यता, संक्षारण प्रतिरोध आदि में सुधार हो जाता है । फ्लाईऐश सीमेंट की अपेक्षा सस्ता होने के कारण निर्माण की कुल लागत में बचत होती है । रोलर कम्पैक्टिड कंक्रीट में फ्लाईऐश का प्रयोग करने से निर्माण अवधि भी घट जाती है जिसमें 70 % तक फ्लाईऐश का सीमेंट के स्थान पर प्रतिस्थापन किया जा सकता है ।
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