घाघ और भड्डरी 22 Mar, 2010 . 1 min read Facebook Twitter SHARE कहा होय बहु बाहें, जोता न जाय थाहें।।शब्दार्थ- थाहे-गहरा।भावार्थ- बहुत बार जोतने से कुछ नहीं होता यदि गहराई से न जोता जाय। Path Alias /articles/kahaa-haoya-bahau-baahaen Post By: tridmin Topic Sub Categories पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा Regions भारत Email Address View the discussion thread.