जमशेदपुर, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के राज्य झारखंड में आज कल जबरदस्त जल संकट को लेकर मची अफरातफरी ने कुंआरों के लिए भी बड़ी मुश्किल पैदा कर दी है। दरअसल, राज्य में पिछले दो साल से काफी कम बारिश हो रही है और इसी कारण इस बार भी सभी 24 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया है और हर तरफ पानी के लिए हाहाकार है। शहरों में तो लोग फिर भी पानी खरीद कर काम चला ले रहे हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बदतर है। अधिकतर तालाब सूख चुके हैं। कई जगह सरकारी हैंडपम्प खराब है या गंदा पानी दे रहे हैं। ठीक हैंडपम्पों पर लोग घंटों कतार लगा कर बाल्टी भर पानी जुटा पा रहे हैं।
ऐसी स्थिति में पानी का पर्याप्त इंतजाम नहीं हो पाने के कई ग्रामीण इलाकों में शादियों की तिथियां टालनी पड़ रही है और कुआंरे कुंआरियों के सामने शादी की हसरत पूरी करने के लिए इंतजार के सिवा और कोई चारा नहीं है। पूर्वी सिंहभूम जिले के सारजामदा निवासी भवेश मंडल ने बताया कि शादी में बारातियों की आवभगत और अन्य जरूरतों के लिए जितने पानी की जरूरत होती है आज की तारीख में उसका जुगाड़ कर पाना किसी खजाने को पाने जैसा है। करनडीह निवासी संजय ने बताया कि केवल रसूखदार लोग ही शादी विवाह में पर्याप्त पानी का जुगाड़ कर सकते हैं। सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया क्षेत्र के मनोहरपुर गांव निवासी नरोत्तम मंडल ने जल संकट के कारण ही अपनी बेटी की शादी की तिथि को टाल दिया है। वह कहते हैं कि कई और लोग भी ऐसा ही कर रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि राजधानी रांची धनबाद और जमशेदपुर समेत सभी बड़े शहरों के कई इलाकों में लोग रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पानी खरीदने को मजबूर हैं। सरकार इसके स्थायी हल के लिए वर्षा जल संचयन संबंधी कानून बनाने तथा अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की सलाह की बात कह रही है। अलबत्ता, कुंआरे इंद्रदेव से प्रार्थना कर रहे होंगे कि इस बार समय से और पर्याप्त वर्षा हो ताकि उनकी हसरत पर और पानी न फिरे।
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